कोलंबो। श्रीलंका में भारत उच्चायुक्त गोपाल बागले ने शुक्रवार को श्रीलंका के नवनियुक्त प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिघे से मुलाकात की तथा देश में आर्थिक सुधार और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के माध्यम से स्थिरता बनाये रखने पर सहयोग पर चर्चा की।
कोलंबो स्थित भारतीय दूतावास ने एक ट््वीट में कहा, ''उच्चायुक्त ने प्रधानमंत्री रानिल से मुलाकात की। उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने श्रीलंका के सभी लोगों की भलाई के लिए लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के माध्यम से श्रीलंका में आर्थिक सुधार और स्थिरता के लिए निरंतर सहयोग पर चर्चा की।’’
यूनाइटेड नेशनल पार्टी (यूएनपी) के नेता एवं पहले भी पांच बार देश के प्रधानमंत्री रहे श्री विक्रमसिघे ने श्रीलंका का नेतृत्व करने के लिए गुरुवार को छठी बार पद की शपथ ली। इस समय श्रीलंका एक अभूतपूर्व आर्थिक और राजनीतिक संकट से जूझ रहा है।
नये प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण के बाद श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने देश में राजनीतिक स्थिरता की आशा व्यक्त की थी और कहा था कि वह श्री विक्रमसिघे के नेतृत्व वाली नई सरकार के साथ काम करने के लिए उत्सुक है।
दूतावास ने यह भी कहा कि श्रीलंका के लोगों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता जारी रहेगी। ''भारतीय उच्चायोग राजनीतिक स्थिरता की आशा करता है और श्रीलंका के प्रधानमंत्री के रूप में श्री विक्रमसिघे के शपथ ग्रहण के बाद लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के अनुसार गठित सरकार के साथ काम करने के लिए तत्पर है।’’
श्री विक्रमसिघे ने आज सुबह प्रधानमंत्री कार्यालय में कार्यभार ग्रहण किया। देश में 1948 के बाद से उत्पन्न सबसे व्यापक आर्थिक संकट के बीच राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे के भाई महिदा राजपक्षे के नौ मई को पद से हटने के बाद प्रधानमंत्री की कुर्सी खाली हो गयी थी।