रांची : झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने कांग्रेस के तीन निलंबित विधायकों को दलबदल विरोधी कानून के तहत अयोग्य घोषित करने के मामले की सुनवाई बुधवार को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी।
लगभग पचास लाख रुपये नकदी के साथ कोलकाता में गिरफ्तार कांग्रेस के तीन निलंबित विधायकों ने बुधवार को झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष द्बारा जारी अयोग्यता नोटिस का जवाब देने के लिए यह कहते हुए आठ सप्ताह का समय मांगा कि कलकत्ता उच्च न्यायालय की जमानत की शर्तों के अनुरूप वह फिलहाल कोलकाता से बाहर नहीं जा सकते हैं। झारखंड विधानसभा में कांग्रेस के विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने पार्टी के तीन विधायकों- इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगारी को अयोग्य ठहराने की मांग करते हुए आरोप लगाया था कि उन्होंने पार्टी के अन्य विधायकों से पाला बदलने और सरकार गिराने की पेशकश की थी।
विधायकों की ओर से अधिवक्ता इंद्रजीत सिन्हा ने दलील दी। विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने तीनों विधायकों को नोटिस जारी कर उनके खिलाफ शिकायत पर स्पष्टीकरण मांगा था। विधायकों को पश्चिम बंगाल पुलिस ने 30 जुलाई को हावड़ा में लगभग 50 लाख रुपये नकद के साथ गिरफ्तार किया था। हालांकि, उन्हें कलकत्ता उच्च न्यायालय ने अंतरिम जमानत दे दी है। पश्चिम बंगाल पुलिस की अपराध शाखा मामले की जांच कर रही है।