इंटरनेट डेस्क। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हाल ही में किसानों की मौत की घटना ने राज्य को शर्मसार किया है। योगी सरकार के कार्यकाल में हुए इस हादसे में न केवल किसानों की मौत हुई बल्कि चार लोग जिनमें ड्राइवर, पत्रकार, और दो बीजेपी के कार्यकर्ता भी शामिल थे। इस घटना का विरोध तीन अक्टूबर से ही देशभर में जारी है। कई राज्यों के सीएम इस घटना के विरोध में एयरपोर्ट पर ही अनशन पर बैठ गए।
उत्तर प्रदेश: राज्य अल्पसंख्यक आयोग का प्रतिनिधिमंडल लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचा।
राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सिख प्रतिनिधि परविंदर सिंह ने कहा, ''CM ने हमें बुलाकर बात की थी। उनका निर्देश था कि आयोग को जाना चाहिए। दिवंगत पत्रकार के घर भी जाना चाहता हूं।'' pic.twitter.com/pcREUUhLxP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 7, 2021
वहीं कई मुख्यमंत्रियों ने घटनास्थल पर पहुंचने की भी कोशिश की हालांकि यूपी सरकार ने किसी भी राजनेता को यहां पहुंचने की अनुमति नहीं दी थी। आज गुरुवार को उत्तर प्रदेश राज्य अल्पसंख्यक आयोग का प्रतिनिधिमंडल लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचा।
एएनआई न्यूज एजेंसी के अऩुसार, यूपी राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अधिकारियों ने घटना में पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सिख प्रतिनिधि परविंदर सिंह ने कहा कि CM ने हमें बुलाकर बात की थी। उनका निर्देश था कि आयोग को जाना चाहिए। दिवंगत पत्रकार के घर भी जाना चाहता हूं।