भिड: मध्यप्रदेश के भिड जिले में पहली बार पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव में उपद्रवियों पर ड्रोन कैमरा से नजर रखी जाएगी। यह ड्रोन बहुत सारी खूबियों से भरा हुआ है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ सतीश कुमार एस ने इसे चुनाव के लिए मंगवाया है। कल शाम को कलेक्ट्रेट की छत पर इस ड्रोन का डेमो हुआ, जिसमें कलेक्टर के साथ पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
भिड जिले में चुनाव कराना हमेशा से ही चुनौतीपूर्ण रहा है। पंचायत चुनाव के लिए जिले में 1825 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें 900 के करीब मतदान केंद्र संवेदनशील हैं। वहीं इन मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए भिण्ड कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहे हैं। कलेक्टर ने बताया कि स्टेट इलेक्ट्रिकल डवलपमेंट कॉर्पोरेशन के निर्देशों के तहत प्रशासन द्बारा अधिग्रहित एजेंसी से यह ड्रोन मंगाया गया है। जो कि चुनाव के अलावा आपदा प्रबंधन में भी काफी कारगर साबित होगा। पंचायत चुनाव का पहला चरण का मतदान 25 जून को है।
इस हाईटेक ड्रोन कैमरा का प्रशासन पहले ही चरण में उपयोग करेगा। साथ ही पंचायत चुनाव के तीनों चरणों के साथ नगरीय निकाय चुनाव के दोनों चरणों में भी उपद्रवियों पर इस ड्रोन से नजर रखी जाएगी। वहीं इस ड्रोन की मदद से प्रशासन को एक जगह से बैठकर सात किलोमीटर की परधि में मतदान केंद्रों पर नजर रखने में काफी मदद मिलेगी। कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस ने आज यहां बताया कि यह ड्रोन एक किलोमीटर ऊंचाई तक उड़ सकता है। साथ ही 500 मीटर की ऊंचाई से यह सात किलोमीटर की परिधि में खड़े लोगों के चेहरों के साथ वीडियो और फोटो खींच सकता है। इस ड्रोन में एक यह भी खूबी है कि यह न सिर्फ लोगों की आवाज को रिकार्ड कर सकेगा। बल्कि इसके जरिए प्रशासन सायरन बजाने के साथ अपने निर्देश भी पहुंचा सकेगा।