शिलांग | मेघालय के प्रगतिशील जन समूह थमा यू रंगली-जुकी (तूर) और आम नागरिकों ने गुजरात में बिलकिस बानो प्रकरण में 11 बलात्कारियों और हत्यारों की समयपूर्व रिहाई के मामले में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से हस्तक्षेप करने और इसे रद्द करने की अपील की है। राष्ट्रपति को लिखे पत्र में लिखा है, '' हम बिलकिस बानो के न्याय के लिए 20 साल के बहादुर और कठिन संघर्ष के समर्थन और एकजुटता के साथ खड़े हैं और उनके लिए न्याय और उनके संघर्षों के लिए सम्मान की मांग करते हैं।’’
गुजरात में इन जघन्य अपराधियों के प्रति समर्थन और बर्बर सांप्रदायिकता के घृणित प्रदर्शन की निदा करते हुए नागरिकों ने मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार देश की गरिमा को बनाए रखें और यह दिखाएं कि भारत को अभी भी उन राष्ट्रों में गिना जा सकता है, जो लैंगिक एवं सामाजिक न्याय को कायम रखते हैं तथा नैतिक, नैतिक और कानूनी प्रतिबद्धताओं के साथ खड़े हो सकते हैं।नागरिकों ने मेघालय सरकार से इस अल्पसंख्यक विरोधी महिला विरोधी कार्रवाई की निदा करने का भी आह्वान किया जो न्याय और कानून के शासन के सभी सिद्धांतों के खिलाफ है।