इंटरनेट डेस्क। तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने के घोषणा के बाद अब विपक्षी पार्टियां किसान आंदोलन के दौरान सात सौ से ज्यादा किसानों की हुई मौत को लेकर लगातार केंद्र सरकार को घेर रही हैं। आज शुक्रवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने नई दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि कुछ दिन पहले सदन में एक सवाल पूछा गया कि क्या केंद्र सरकार 700 मृतक किसानों (किसान आंदोलन के दौरान हुई किसानों की मौत) को मुआवज़ा देगी या नहीं? इसका जवाब मिला कि उनके पास किसानों का कोई रिकॉर्ड नहीं था।
एएनआई न्यूज एजेंसी के अनुसार, राहुल गांधी ने पत्रकारों से कहा कि कोरोना में कितने लोग मरे और किसान कितने मरे सरकार के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है। इसका कारण ये हैं कि आप इन लोगों को मुआवज़ा नहीं देना चाहतें। जब ये शहीद हुए आपने सदन में 2 मिनट का मौन व्रत नहीं किया। अगर वो चाहते हैं तो हमारी लिस्ट लें और 700 लोगों को मुआवज़ा दें।
राहुल गांधी ने कहा कि पंजाब सरकार के पास 403 नाम है उनको हमने 5 लाख रु.का मुआवज़ा दिया है,152 लोगों को हमने नौकरी दी है और बाकी लोगों को भी देंगे। हमारे पास 700 में से 500 नाम है जो लिस्ट हमने सरकार को दी। बाकी नाम हमारे पास पब्लिक रिकॉर्ड से हैं उसकी जांच कर सरकार 700 लोगों को मुआवज़ा दें।