लखनऊ | नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेशी के विरोध में उत्तर प्रदेश कांग्रेस के कार्यकताã ईडी के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन की ओर कूच करने लगे हैं वहीं पुलिस ने एहतियात के तौर पर कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना और मीडिया कोर्डिनेटर नसीमुद्दीन सिद्दिकी के घर के बाहर पहरा बैठा दिया है।
पार्टी सूत्रों ने सोमवार को बताया कि कांग्रेस के पदाधिकारी श्री राहुल गांधी के खिलाफ अलोकतांत्रिक कार्रवाई के विरोध में ईडी दफ्तर के बाहर सत्याग्रह करेंगे। इसके लिये पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने निकलना भी शुरू कर दिया है। हालांकि पुलिस को सत्याग्रह की भनक लग गयी और उन्होने सुबह सात बजे से ही श्रीमती अराधना मिश्रा और श्री नसीमुद्दीन सिद्दिकी के घर से बाहर निकलने पर रोक लगा दी है। दर्जनों पुलिसकर्मी उनके घर के बाहर बैठे हैं।
उधर श्री सिद्दिकी ने यूनीवार्ता को फोन पर बताया कि उन्हे आज दो मामलों में एमपी-एमएलए कोर्ट के समक्ष पेश होना था। उन्होने यह बात पुलिस अधिकारियों को बतायी मगर अधिकारियों ने आदेश का हवाला देते हुये उन्हे अनसुना कर दिया। अगर वह आज कोर्ट के समक्ष पेश नहीं होते है तो उनके खिलाफ कुर्की वारंट भी जारी हो सकता है।
कांग्रेसी नेता ने कहा कि उनकी पत्नी का इलाज एक मस्तिष्क रोग विशेषज्ञ की देखरेख में चल रहा है और इस सिलसिले में उन्हे कुछ जरूरी टेस्ट भी कराने हैं मगर अधिकारी उनकी एक नहीं सुन रहे हैं। यह सरासर नाइंसाफी है और एक आम नागरिक के मौलिक अधिकारों का हनन है।
श्रीमती मिश्रा से फोन करने की कोशिश की गयी मगर उनका मोबाइल फोन स्विच आफ मिला। सत्याग्रह के लिये जा रहे एक वरिष्ठ कांग्रेसी ने कहा कि वे जानते हैं कि उन्हे हिरासत में लिया जायेगा मगर सरकार के अलोकतांत्रिक रवैये के खिलाफ पार्टी लगातार अपनी आवाज बुलंद करती रहेगी।