इंफाल : मणिपुर विधानसभा के सदस्यों ने सोमवार को विधानसभा परिसर में राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
राज्य विधानसभा परिसर में कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान शुरू होने के बीच मुख्यमंत्री एन बीरेन ने सबसे पहले अपने मताधिकार को इस्तेमाल कर मतदान किया। गठबंधन सरकार के सभी मंत्रियों और सदस्यों ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
पूर्व मुख्यमंत्री ओ इबोबी, कांग्रेस अध्यक्ष के मेघचंद्र और अन्य कांग्रेस विधायकों ने भी मतदान किया। कांग्रेस पार्टी ने विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को समर्थन देने का फैसला किया था। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने अपने पक्ष में मतदान करने के लिए पांच जुलाई को राज्य का दौरा किया था। मणिपुर में दो लोकसभा सांसद हैं, एक भाजपा का और दूसरा नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) का है जो भाजपा का सहयोगी दल है। यहां से एकमात्र राज्यसभा सांसद भी भाजपा से हैं जबकि मणिपुर से मैरी कॉम राष्ट्रपति द्बारा नामित है। मुख्यमंत्री बीरेन सिह के नेतृत्व वाली सरकार में भाजपा के 32 विधायक और एनपीएफ के पांच सदस्य हैं। जिन अन्य दलों ने समर्थन दिया है, उनमें सात विधायक एनपीपी के, छह जदयू के और केपीपी के दो तथा तीन निर्दलीय विघायक है। मणिपुर के लिए एक विधायक का वोट मूल्य 18 है जबकि एक सांसद का वोट मूल्य 708 है।