इंटरनेट डेस्क। तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने के केंद्र सरकार के फैसले के बाद आज शुक्रवार को दिनभर काले कानून वाला अध्याय सुर्खियों में रहा। एक तरफ जहां सत्ताधारी पार्टी ने इसे किसानों को मोदी सरकार का तोहफा बताया वहीं विपक्षी पार्टियों ने किसानों के संघर्ष को सलाम करते हुए इसे अत्याचारी सरकार के खिलाफ अन्नदाता की जीत बताई। पंजाब कांग्रेस के मुखिया और पूर्व सीएम नवजोत सिंह सिद्धू ने आज शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि एक नया अध्याय शुरू होने वाला है इस जीत का श्रेय कोई भी लेने की कोशिश न करें क्योंकि इस जीत का सारा श्रेय संयुक्त किसान मोर्चा के सत्याग्रह को जाता है। उन्हें बहुत बदनाम करने की कोशिश की गई लेकिन वो डटे रहे।
एएनआई न्यूज एजेंसी के अनुसार, इससे पहले, पंजाब कांग्रेस के चीफ नवजोत सिंह सिद्धू ने आज प्रकाश पर्व (गुरू नानक देव जयंती) के अवसर पर सुल्तानपुर लोधी के गुरुद्वारा में अरदास की। इस दौरान उन्होंने तीनों कृषि कानूनों को रदद् करने के फैसले को किसानों की जीत बताया।
गौरतलब है कि इससे पहले, पीएम मोदी के फैसले पर राजस्थान में कांग्रेस के सीएम अशोक गहलोत ने भी इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है। गहलोत ने कहा कि यह किसानों की बहुत बड़ी जीत है। मैं किसानों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। उनके संघर्ष को सलाम करता हूं। सरकार ने यह फ़ैसला उत्तर प्रदेश चुनाव को ध्यान में रखते हुए लिया है।