- SHARE
-
इंटरनेट डेस्क। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर मंत्री अविनाश गहलोत की टिप्पणी और कांग्रेस के छह विधायकों के निलंबन को लेकर राजस्थान विधानसभा में अभी मामला शांत नहीं हुआ है। इसी बीच कांग्रेस प्रदेशाध्क्ष गोविंद सिंह डोटासरा के विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी पर टिप्पणी और उनके व्यवहार से सदन में विवाद बढ़ गया। इस संबंध में अध्यक्ष वासुदेव देवनानी सदन में भावुक हो गए। स्पीकर वासुदेव देवनानी ने सदन में बोल दिया कि एक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने सदन की गरिमा और मर्यादाएं तार-तार कर दीं।
खबरों के अनुसार, वासुदेव देवनानी मंगलवार को कहा कि सदन के स्थगित होने के बाद डोटासरा ने जिस भाषा का इस्तेमाल किया, वह असहनीय है। इस पर भजनलाल सरकार में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने तो कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह डोटासरा की सदस्यता रद्द करने की मांग की कर डाली है। वहीं विधायक जगदीप बियानी ने तो यहां तक बोल दिया कि आज सदन में संविधान रोया है, ऐसे व्यक्ति को विधायक पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है।
वासुदेव देवनानी ने कही ये बात
खबरों के अनुसार, इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने बोल दिया कि एक दल के प्रदेश अध्यक्ष ने जो कहा, उन शब्दों को मैं दोहरा नहीं सकता। ये शब्द बहुत ही गंभीर और अपमानजनक हैं। उन्होंने इस दौरान कहा कि यह मेरा अपमान नहीं हुआ है, इस आसन का अपमान हुआ है। क्या करेंगे आप लोग, ये सदन तय करेगा, लेकिन ऐसा व्यक्ति सदन के सदस्य बनने के भी योग्य नहीं है। देवनानी ने बोल दिया कि अब उसके लिए क्या किया जाए, क्या नियम है? ये सदन को तय करना है।
PC: patrika
अपडेट खबरों के लिए हमारा वॉट्सएप चैनल फोलो करें