इंटरनेट डेस्क। देश के लोगों के लिए राम मंदिर एक आस्था है। अयोध्या में मंदिर का निर्माण पूरी तेज गती के साथ चल रहा है। मंदिर में भगवान राम की मूर्ति के लिए विशेष पत्थर का इस्तेमाल होगा और इसी पत्थर से भगवान राम और सीता जी मूर्ति बनाकर मंदिर में लगाई जाएगी। जिसके लिए नेपाल की गंडकी नदी से बड़ी बड़ी शिलाए निकाली गई है जो अयोध्या लाई जा रही है।
600 साल पुरानी है शिलाएं
जानकारी के अनुसार मूर्तियों के निमार्ण के लिए जो शालिग्राम शिलाएं नेपाल से लाई जा रही है वो करीब 600 साल पुरानी है। बताया जा रहा है की नेपाल के मस्तंग में थोरोंग ला पर्वत दर्रे के तल पर मुक्तिनाथ घाटी में शालिग्रामम के करीब गंडकी नदी से इन्हें निकाला गया है।
पूजा अर्चना की गई
शिलाओं को निकालने के लिए पहले नदी की पूजा की गई और क्षमा याचना की गई उसके बाद पूजा पाठ किए गए और फिर शिलाओं को बाहर निकाला गया। एक शिलाखंड का वजन 26 टन है, जबकि दूसरे का वजन 14 टन है।
मूर्तिकारों का होगा चयन
बताया जा रहा है की भगवान राम और माता सीता की मूर्ति इन्हीं शालिग्राम शिलाओं से बनेगी। इन बेहद साख शिलाओं से मूर्ति बनाने के लिए भी मूर्तिकारों का चयन किया जाएगा।