इंटरनेट डेस्क। जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। पिछले एक महीने में बहुत ही कम दिन ऐसे रहे हैं जब घाटी में आतंकी वारदात नहीं हुई। भारतीय सेना ने भी लगातार मोर्चा संभाला हुआ है। सेना की ओर से लगातार जवाबी कार्रवाई कर आतंकियों को मौत के घाट उतारा जा रहा है। वहीं बड़ी मात्रा में उनके कब्जे से गोला बारूद और ड्रग्स भी जब्त किया जा रहा है।
13 terrorists killed in 9 encounters after civilian killings. We have neutralised 3 out of 5 terrorists of Srinagar City within less than 24 hours: IGP Kashmir Vijay Kumar pic.twitter.com/45sG5s8hj2
— ANI (@ANI) October 16, 2021
जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजीपी विजय कुमार ने आज पंपोर एनकाउंटर के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि जम्मू में दो सिख शिक्षकों की दिनदहाड़े हत्या के बाद 9 मुठभेड़ों में 13 आतंकवादियों को सेना ने मार गिराया है। वहीं 24 घंटे से भी कम समय में श्रीनगर शहर में 5 में से 3 आतंकवादियों को ढेर कर दिया है।
There are many threat perceptions but the overall perception is that of terrorism-that too has different forms. One of them is Drone, used for dropping materials, weapons, bomb payload & 2nd - conventional terrorist activities. NSG fully capable to handle it: NSG DG, MA Ganapathy pic.twitter.com/2U1HP6nIp6
— ANI (@ANI) October 16, 2021
एएनआई न्यूज एजेंसी के अनुसार, वहीं कश्मीर में आतंकी वारदात पर एनएसजी के महानिरीक्षक एमए गणपति ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि आतंकी खतरे की कई योजनाओं के बारे में पता चला है। हालांकि अब आतंकियों ने भी आतंकी घटनाओं का तरीका बदल दिया है। उन्होंने कहा कि अब आतंकी वारदात में ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। जिसके उपयोग से सामग्री, हथियार, बम पेलोड और दूसरी - पारंपरिक आतंकवादी गतिविधियों को गिराने के लिए किया जाता है। एनएसजी इसे संभालने में पूरी तरह सक्षम है।