नयी दिल्ली | सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने सोमवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में गोगरा-हॉटस्प्रिंग्स क्षेत्र में पेट्रोलिग प्वाइंट 15 से भारतीय और चीनी सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया ''निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार’’ चल रही है। विदेश मंत्रालय ने 9 सितंबर को कहा था कि 12 सितंबर तक वापसी की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। लद्दाख की दो दिवसीय यात्रा के बाद दिल्ली लौटे जनरल पांडे ने सोमवार को यहां मानेकशॉ सेंटर में सैन्य साजो सामान पर एक सेमिनार को संबोधित किया और दो साल पहले पूर्वी लद्दाख सीमा पर शुरू हुए गतिरोध का भी जिक्र किया।
उन्होंने कार्यक्रम से इतर, प्रक्रिया के बारे में पूछे जाने पर 'पीटीआई-भाषा’ से कहा, “मुझे अभी समीक्षा करनी है। लेकिन, यह (वापसी प्रक्रिया) निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चल रही है।” जनरल पांडे ने शनिवार को पूर्वी लद्दाख में समग्र सुरक्षा स्थिति की व्यापक समीक्षा की थी, जिसके दो दिन बाद भारतीय और चीनी सेनाओं ने क्षेत्र के गोगरा-हॉटस्प्रिंग्स क्षेत्र में पेट्रोलिग पॉइंट 15 से हटना शुरू कर दिया था। पांच मई, 2020 को पैंगोंग झील क्षेत्र में हिसक झड़प के बाद पूर्वी लद्दाख सीमा पर गतिरोध शुरू हो गया था। दोनों पक्षों ने धीरे-धीरे भारी हथियारों से लैस हजारों सैनिकों की तैनाती कर दी थी।
चीनी की सेना ने घोषणा की थी कि उसने गोगरा-हॉटस्प्रिंग्स पेट्रोलिग पॉइंट 15 से हटना शुरू कर दिया है, जिसके एक दिन बाद नौ सितंबर को विदेश मंत्रालय की ओर से इस बारे में टिप्पणी की गई थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिदम बागची ने कहा था कि समझौते के अनुसार, “इस क्षेत्र में वापसी की प्रक्रिया 8 सितंबर को सुबह 8:30 बजे शुरू हुई और 12 सितंबर तक पूरी हो जाएगी।”