इंटरनेट डेस्क। पिछले तीन महीने से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के आसपास बॉर्डर इलाकों में चल रहे किसान आंदोलन के कारण टोल टैक्स पर बड़ी प्रभाव पड़ा है। विरोध प्रदर्शनों के चलते टोल टैक्स से करीब हर दिन 1.8 करोड़ का नुकसान हो रहा है। केंद्र सरकार ने आज गुरुवार को संसद में बताया कि किसानों के विरोध प्रदर्शन की वजह से हर दिन करीब 1.8 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है। कृषि कानूनों के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों की वजह से पंजाब, हरियाणा और दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में कई जगह दिसंबर से टोल कलेक्शन नहीं हो रहा है।

बीजेपी सांसद पी. सी. गड्डीगोदार ने सरकार से पूछा था कि क्या किसानों के आंदोलन की वजह से नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) को बड़ी रकम का नुकसान हुआ है? केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि किसानों के आंदोलन की वह से कई टोल प्लाजा का संचालन नहीं हो रहा है। इसलिए एनएचएआई सड़क का प्रयोग करने वालों से शुल्क नहीं ले पा रहा है।

किसानों के आंदोलन की वजह से पंजाब, हरियाणा, और दिल्ली-एनसीआर में टोल प्लाजा कलेक्शन के मामले में करीब 600 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है और 9300 करोड़ रुपए का कर्ज जोखिम में आ गया है। आईसीआरए ने पिछले महीने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि पंजाबा, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में 52 टोल प्लाजा बंद हैं।