वडोदरा | भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना के कार्यबल को प्रशिक्षित करने के लिए प्रशिक्षण सिमुलेटर मिलेंगे। प्रशिक्षण सिमुलेटर ड्राइवरों, कंडक्टरों, प्रशिक्षकों और ट्रेन/रोलिग स्टॉक रखरखाव कर्मचारियों को हाई स्पीड ट्रेनों के ड्राइविग सिद्धांत को समझने में मदद करेंगे। अपर महाप्रबंधक सुषमा गौड ने शनिवार को यहां बताया कि नेशनल हाईस्पीड रेल कार्पोरेशन लिमिटेड ने वडोदरा, गुजरात में एचएसआर प्रशिक्षण संस्थान मुंबई अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर (एमएएचएसआर) में प्रशिक्षण उद्देश्य के लिए उपयोग किए जाने वाले एचएसआर ट्रेन (जिसे बुलेट ट्रेन के नाम से जाना जाता है) के प्रशिक्षण सिमुलेटरों के डिजाइन, विनिर्माण, आपूर्ति और कमीशनिग के लिए स्वीकृति पत्र जारी किया। वहां एक सैम्पल ट्रैक पहले से ही प्रशिक्षण उद्देश्य के लिए स्थापित किया गया है।
प्रशिक्षण सिमुलेटर ड्राइवरों, कंडक्टरों, प्रशिक्षकों और ट्रेन/रोलिग स्टॉक रखरखाव कर्मचारियों को हाई स्पीड ट्रेनों के ड्राइविग सिद्धांत को समझने में मदद करेंगे। सिगल ड्राइवर, सिगल कंडक्टर के साथ-साथ ड्राइवर, कंडक्टर और डिस्पैचर के सामूहिक प्रशिक्षण के लिए एक साथ प्रशिक्षण आयोजित करना संभव होगा। इस पैकेज (एमएएचएसआर-टीआई-4) के दायरे में वडोदरा के प्रशिक्षण संस्थान में दो प्रकार के सिमुलेटर स्थापित किए जाएंगे। जिसमें चालक दल के प्रशिक्षण के लिए ट्रेन सेट सिम्युलेटर: 1 (एक) सेट और ड्राइवर कंसोल के लिए सिमुलेटर (कक्षा प्रकार): 10 (दस) प्रशिक्षु तथा 1(एक) प्रशिक्षक कंसोल शामिल हैं।एमएएचएसआर ट्रेन के ड्राइविग कंसोल को मोशन प्लेटफॉर्म के साथ सिम्युलेट किया जाएगा। यह पैकेज मैसर्स मित्सुबिशी प्रेसिजन कंपनी, लिमिटेड, जापान को 201.21 करोड़ रुपये की लागत से प्रदान किया गया है। सिमुलेटर की आपूर्ति के लिए समय अवधि अनुबंध के शुरू होने से 28 महीने हैं।