नयी दिल्ली | केंद्र ने उदयपुर में दर्जी की हत्या की घटना को एक आतंकवादी कृत्य मानते हुए बुधवार को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को मामले की जांच अपने हाथ में लेने और इसमें किसी भी संगठन या अंतरराष्ट्रीय संलिप्तता का पता लगाने का निर्देश दिया है। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, '' गृह मंत्रालय ने एनआईए को राजस्थान के उदयपुर में हुई कन्हैया लाल तेली की नृशंस हत्या की जांच करने का निर्देश दिया है।’’
उन्होंने कहा, '' किसी भी संगठन और अंतरराष्ट्रीय संलिप्तता की गहन जांच की जाएगी।’’ मामले की प्रारंभिक जांच में राजस्थान पुलिस द्बारा गिरफ्तार किए गए दो आरेापियों के आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से प्रभावित होने की बात सामने आने के बाद गृह मंत्रालय ने मंगलवार रात ही एक जांच दल को उदयपुर रवाना कर दिया था। उदयपुर शहर में मंगलवार को उस समय तनाव व्याप्त हो गया था कि जब रियाज़ अख्तरी ने एक धारदार हथियार से तेली का कथित तौर पर गला काट दिया और दूसरे शख्स गौस मोहम्मद ने इस कृत्य का मोबाइल फोन से वीडियो बनाया था।
सोशल मीडिया पर आए इस वीडियो में, कथित हमलावरों में से एक ने घोषणा की कि उन्होंने उस व्यक्ति का ''सिर कलम कर दिया’’ । उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धमकी देते हुए कहा था कि ''यह हथियार उन तक भी पहुंच सकता है।’’ धमकी देते समय आरोपी खून से सना धारदार हथियार लहराता हुआ नजर आ रहा था। दोनों ही आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की जा रही है। पूछताछ किस जगह की जा रही है, इसकी जानकारी अभी नहीं दी गई है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर मंगलवार को बताया था, '' प्रथम दृष्टया, यह एक आतंकवादी कृत्य प्रतीत होता है और इसकी गहन जांच की जरूरत है। उनके सोशल मीडिया अकाउंट की छानबीन भी जाएगी।’’ अख्तरी के संबंध पाकिस्तान स्थित दावत-ए-इस्लामी से होने के संकेत मिले हैं, जिसकी भारत में भी शाखाएं हैं।
दावत-ए-इस्लामी के कुछ गुर्गे 2011 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गवर्नर सलमान तासीर की हत्या सहित कई आतंकवादी कृत्यों में शामिल पाए गए हैं। आतंकवादी संगठनों, खासकर आईएसआईएस और अल-कायदा में सिर कलम करना आम है। यह चलन 2014 के बाद से बढ़ गया है, जब आईएसआईएस ने कई विदेशियों का सिर कलम कर उनकी हत्या कर दी थी और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया था। जम्मू-कश्मीर में भी 1995 में आतंकवादी संगठन हरकत-उल-अंसार के एक आतंकवादी ने विदेशी पर्यटक हंस आस्त्रो का सिर कलम कर दिया था। आस्त्रो का शव 13 अगस्त 1995 को पहलगाम के पास मिला था।