इंदौर (मध्यप्रदेश)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन पर आधारित फिल्म ''पीएम नरेंद्र मोदी’’ (2019) में मुख्य भूमिका अदा कर चुके अभिनेता विवेक ओबेरॉय ने विपक्षी क ांग्रेस के दिग्गज नेता राहुल गांधी के राजनीतिक व्यक्तित्व को लेकर अपनी प्रतिक्रिया यह कहते हुए ''सुरक्षित’’ रख ली कि वह किसी भी व्यक्ति के मन को आहत करने वाली बात नहीं कहना चाहते।
ओबेरॉय से इंदौर में बृहस्पतिवार रात संवाददाताओं ने पूछा था कि वह गांधी को बतौर राजनेता किस तरह देखते हैं ? इस पर 45 वर्षीय अभिनेता ने कहा, ''हरेक व्यक्ति की अपनी सोच है और उनकी (गांधी की) अपनी सोच है। बहुत लोग उनके (गांधी के) भी प्रशंसक हैं। मैं कोशिश कर रहा हूं कि ऐसी कोई बात न कह दूं जिससे किसी भी व्यक्ति को ठेस पहुंचे। लिहाजा इस सवाल पर मैं अपनी टिप्पणी रिजर्व रखता हूं।’’
उन्होंने हालांकि प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए कहा, ''यह बात दुर्भाग्यपूणã है कि पिछले 20 -30 सालों के दौरान राजनेताओं को लेकर हमारे समाज में एक नकारात्मक छवि बना दी गई है कि वे हमेशा सियासत का खेल खेलते रहते हैं।लेकिन जहां तक मोदी का सवाल है, मैंने उन्हें एक राजनेता के तौर पर नहीं, बल्कि समूचे देश को साथ लेकर मुश्किल फैसले करने वाले जन नेता के रूप में देखा है।’’
ओबेरॉय ने स्पष्ट किया कि सक्रिय राजनीति में आने का उनका अभी कोई इरादा नहीं है।
यह पूछे जाने पर कि प्रधानमंत्री मोदी के जीवन पर बनी फिल्म में मुख्य भूमिका निभाने के बाद वह वास्तविक जीवन के किसी और राजनेता का किरदार अदा करना चाहेंगे, उन्होंने मजाकिया अंदाज में जवाब दिया, ''इस फिल्म के बाद मेरा जो अनुभव रहा और मुझे जिस तरह अदालतों के चक्कर काटने पड़े, उसके बाद मुझे लगता है कि मैं किसी भी (वास्तविक) राजनेता का किरदार निभाना नहीं चाहूंगा। काल्पनिक पात्र और काल्पनिक फिल्में ही अच्छी हैं।’’
क्या कुछ फिल्मी सितारों की खेमेबंदी ने उनके अभिनय करियर को नुकसान पहुंचाया, इस सवाल पर ओबेरॉय ने कहा, ''मैं फायदे और नुकसान के बारे में सोचे बगैर वर्तमान में जीता हूं और सकारात्मकता के साथ जिदगी का लुत्फ लेता हूं।’’
रामगोपाल वर्मा की फिल्म ’’कम्पनी’’ (2002) से अपने करियर की शुरुआत करने वाले अभिनेता ने कहा, ''फिल्म उद्योग में मुझे जिन लोगों ने मौके दिए, मैं उनका शुक्रगुजार हूं। कई अभिनेता तो इस उद्योग में दो साल भी टिक नहीं पाते। लेकिन ईश्वर की कृपा है कि इस उद्योग में मेरा सफर करीब 20 साल का रहा है।’’
ओबेरॉय एक रेस्तरां और नाइट क्लब के उद्घाटन के लिए इंदौर आए थे।