इंटरनेट डेस्क। संसद के शीतकालीन सत्र की घोषणा आज मंगलवार को कर दी गई है। संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से 23 दिसंबर तक चलेगा। संसद का शीतकालीन सत्र अगले महीने शुरू होगा। ऐसे में इस सत्र में कई मुद्दों पर हंगामा होना तय है। शीतकालीन सत्र में पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव भी अहम होंगे। शीतकालीन सत्र में मोदी सरकार के मंत्रिमंडल को विपक्ष के विरोध का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा।
एएनआई न्यूज एजेंसी के अनुसार, नवम्बर के चौथे सप्ताह से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होगा। सत्र में कोरोना के प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन किया जाएगा। लगभग 20 दिन सत्र आयोजित होने की संभावना है।
गौरतलब है कि अगले साल उत्तरप्रदेश, पंजाब, गोवा समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। विधानसभा चुनावों को देखते हुए शीतकालीन सत्र में सत्ताधारी पार्टी और विपक्ष के बीच विभिन्न मुद्दों पर जमकर बहस होने की उम्मीद है। इनमें किसान विरोधी बिल सबसे बड़ा मुद्दा है।