दीपक पूनिया कजाकिस्तान के अजमत दौलतबेकोव के मजबूत डिफेंस को मात देने में नाकाम रहे और उन्हें एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप के अंतिम दिन रजत पदक से संतोष करना पड़ा। विक्की चाहर ने फ्रीस्टाइल 92 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक भी जीता है। उन्होंने उज्बेकिस्तान के अजिनाज सप्रानियाजोव को 5-3 से हराया।
महाद्वीपीय स्पर्धा में अपने पहले स्वर्ण पदक के लिए चुनौती पेश कर रहे दीपक (86 किग्रा, फ्रीस्टाइल) ने बिना कोई अंक गंवाए फाइनल में जगह बना ली है। उन्होंने पहले ईरान के मोहसिन मिरसुफ मुस्तफी अलंजग (6-0) और फिर कोरिया के गुआनुक किम (5-0) को हराया। यह दीपक का एशियाई चैंपियनशिप में चौथा पदक भी बताया जा रहा है। उन्होंने इससे पहले एक रजत (2021) और दो कांस्य (2019 और 2020) पदक भी जीते थे।
इस महाद्वीपीय प्रतियोगिता में भारत ने 17 पदक भी जीते हैं। रवि दहिया एकमात्र स्वर्ण पदक विजेता थे जिन्होंने पुरुषों की फ्रीस्टाइल 57 किग्रा वर्ग में भी स्वर्ण पदक जीता था। ग्रीको-रोमन पहलवानों के लिए पांच पदक जीतना उत्साहजनक था। मंगल कादयान 61 किग्रा वर्ग के कांस्य पदक मुकाबले में किर्गिस्तान के उलुकबेक झोल्डोशबेकोव के खिलाफ 4-6 से हार गए। यश तुनीर हालांकि 74 किग्रा वर्ग के क्वालीफिकेशन राउंड में उज्बेकिस्तान के इख्तियार से 10-11 के अंतर से हार गए। अनिरुद्ध कुमार 125 किग्रा वर्ग के क्वार्टर फाइनल में कोरिया के जंग से 4-8 से हार गए हैं।