धर्मशाला। कुलदीप यादव ने धर्मशाला में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जा रहे जा रहे सीरीज के अन्तिम टेस्ट मैच में भारत की और से पहले चाइनामैन गेंदबाज के रूप में मैदान पर उतरे। अपने पदार्पण मैच में कुलदीप ने अपने टेस्ट कॅरियर की स्वर्णिम शुरुआत की।
उनके अन्तरराष्ट्रीय टेस्ट कॅरियर का पहला शिकार कंगारू टीम के सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर रहे। वार्नर (56) और स्टीवन स्मिथ (नाबाद 106) ने दूसरे विकेट के लिए 134 रन की साझेदारी की थी। कुलदीप ने इस साझेदारी को तोड़ ऑस्ट्रेलिया के विकटों की झड़ी लगाई। इसके बाद कुलदीप ने हैंडस्कांब और तीसरे मैच में शतक लगाने वाले मैक्सवेल को पवेलियन भेजा।
इससे पहले कुलदीप यादव ने भारत के पहले और उपमहाद्वीप के दूसरे चाइनामैन गेंदबाज के रूप में अपने टेस्ट कॅरियर की शुरुआत की। उनसे पहले उपमहाद्वीप में श्रीलंका के लक्षण रंगिका ने जुलाई 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पदार्पण किया था।
शनिवार को धर्मशाला के मैदान पर उतरने के साथ ही उत्तरप्रदेश का यह 22 वर्षीय गेंदबाज भारत की ओर से टेस्ट खेलने वाला 288वां खिलाड़ी बना। कुलदीप को भारत के पूर्व लेग ब्रेग गेंदबाज लक्ष्मण शिवारामाकृष्णन ने टेस्ट कैप प्रदान की। कुलदीप ने 22 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं। जिनमें उनके नाम 81 विकेट हैं।