जयपुर। क्षेत्रफल में देश का सबसे बड़ा राज्य होने और आबादी सात करोड़ से ज्यादा होने के बावजूद राजस्थान सूबें से ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले खिलाडिय़ो की संख्या दहाई में भी नहीं है। इसके पीछे कारण कुछ भी हो, लेकिन यह खेलो प्रति राजस्थान की उदासिनता ही दिखलाते है।
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प्रदेश की आबादी सात करोड़ से ज्यादा होने के बावजूद पांच अगस्त से ब्राजील के रियो डी जिनेरिया में शुरु होने वाले ओलंपिक खेलों के दल में प्रदेश से महज केवल तीन खिलाड़ी चुने गये है। ओलंपिक दल में राजस्थान से शामिल खिलाडिय़ों के नाम क्रमश: अपूर्वी चंदेला निशानेबाजी, सपना पूनिया पैदल चाल और खेताराम मैराथन दौड़ है।
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विशेषज्ञों की माने तो इसके पीछे आधारभूत सुविधाओं की कमी ओलंपिक में राज्य के खिलाडिय़ों की भागीदारी कम होने की मुख्य वजह है। प्रदेश में रोजगार और पर्यटन की उन्नति की हुंकार भरने वाली सरकार खेलो को लेकर कितनी गंभीर है। यह बताने के लिए यह आकड़े ही काफी है।