इन्टरनेट डेस्क। अक्सर देखा जाट हैं की हाथ पैर या तो दर के मारे काँपते है या फिर किसी इंटरव्यू के दौहरान काँपते हैं। लेकिन आपको बता दे की कई ऐसे लोग भी है जिनके हाथ पैर रोजाना काँपते हैं। इसका कारन यह है की उनके शरीर कमजोर है जिसके चलते यह सब होता हैं। लेकिन यह चिकित्सा विशेषज्ञों की भाषा में कहा जाए तो इसे "ट्रेमर" नाम से जाना जाता है।
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कपकपी होती हैं तो यह नर्वस डिसऑर्डर कहलाता है जिसमें पहले हाथ कापने लगते हैं, बाद में यह धीरे धीरे शरीर में फैलने लगती है। यही नहीं इससे कभी कभी आवाज भी कपकपाने लगती है। इस बीमारी में सबसे पहले हाथों पर असर होता है।
जेनेटिक बीमारी
अगर आपके माता पिता को कपकपी होती हैं तो यह जाहिर सी बात हैं की आपको भी यह कुछ समय और एक उम्र के बाद शुरू हो जाएगी। ट्रेमर वैसे तो इतनी खतरनाक बीमारी नहीं है। लेकिन अगर इस बीमारी की वजह से किसी के हाथ कापते हैं तो यह उसके लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है। 40 की उम्र या उसे अधिक के लोगों में यह बीमारी देखने को मिलती है।
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धूम्रपान
जो धूम्रपान अधिक करता हैं उसको भी यह बीमारी हो जाती हैं। क्योंकि धूम्रपान सेहत को बहुत नुक्सान पहुचता है साथ ही कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का शिकार होता हैं।
तनावपूर्ण जीवन शैली लोगों को गुस्सा बहुत आता है या तो उसके ऑफिस में या फिर घर पर ऐसे में लो ब्लड शुगर इससे शरीर में तनाव से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है जिसे व्यक्ति के हाथ कापने लगते हैं।
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