नई दिल्ली। केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने सभी केंद्रीय विभागों से पिछले तीन वित्त वर्ष में कैग की कुछ रिपोर्ट में उल्लेखित कथित भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करने को कहा है।
सीवीसी ने यह पाया कि केंद्रीय सतर्कता अधिकारी सीवीओ ऐसी रपटों का निरीक्षण नहीं करते और भ्रष्टाचार में शामिल सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसको देखते हुए उक्त कदम उठाया गया है।
नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने कोयला ब्लाक आबंटन, 2जी स्पेक्ट्रम और राष्ट्रमंडल खेलों समेत अपनी कुछ रिपोर्ट में विभिन्न अनियमितता और कथित भ्रष्टाचार के साथ सरकारी खजाने को करोड़ों रुपए के संभावित नुकसान को रेखांकित किया है।
हाल ही में जारी निर्देश में सीवीसी ने सभी सीवीओ से अपने संगठन से संबद्ध पिछले तीन वित्त वर्ष 2013-14, 2014-15 तथा 2015-16 की आडिट रिपोर्ट आंतरिक, सांविधिक और कैग रिपोर्ट की जांच करने और इस बारे में अपनी रिपोर्ट आयोग को देने को कहा है।
सीवीसी के अनुसार पूरे अभियान को तीन महीने के भीतर पूरा किए जाने की जरूरत है।