नई दिल्ली। जर्मनी के ड्यूश बैंक का आकलन है कि चालू वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि दर पर बड़े नोटों की पाबंदी का असर होगा और यह कम होकर 6.5 प्रतिशत रह सकती है। पिछले वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि 7.6 प्रतिशत थी।
ड्यूश बैंक के एक ताजा नोट में कहा गया है कि निकट भविष्य में आर्थिक वृद्धि थोड़ा नरम पड़ेगी पर धीरे धीरे सुधर कर अगले वित्त वर्ष में फिर 7.5 प्रतिशत हो जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर को अप्रत्याशित फैसले में 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों का चलन बंद कर दिया है। ये नोट कुल नकद चलन के 86 प्रतिशत के बराबर थे और इनका मूल्य 14 लाख करोड़ रुपए के बराबर था।