नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय साख निर्धारक एजेंसी मूडीज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में किए जाने वाले आर्थिक एवं संस्थागत सुधारों का स्वागत करने के बावजूद भारत की रेटिंग बढ़ाने से इनकार किया है।
मूडीज ने भारत को निवेश के मामले में सबसे निचली रेटिंग ‘बीएए3’ दी है, लेकिन साथ ही कहा है कि इसका परिदृश्य सकारात्मक है। सरकार की जबरदस्त लामबंदी के बावजूद मूडीज ने भारत की साख नहीं बढाई है। इससे पहले एसएंडपी ने भी रेटिंग नहीं बढाई थी।
मूडीज का कहना है कि मौजूदा सरकार द्वारा उठाये गये कदमों का अभी ऐसा सकारात्मक परिणाम नहीं आया है, जिसके आधार पर साख बढ़ायी जा सके। एजेंसी का कहना है कि सरकार के ऋण के बोझ को कम करने के लिए अब भी निजी निवेश की गति बढ़ाने की जरुरत है।
महंगाई दर पर काबू पाने, निवेशकों को आकर्षित करने और देश के आर्थिक विकास के लिए मौजूदा केंद्र सरकार ने मौद्रिक नीति के ढांचे में आमूलचूल परिवर्तन किया है। सबसे तेज गति से उभरने वाली अर्थव्यवस्था होने केे बावजूद इन सुधारों ने आशंकित कंपनियों को ताजा निवेश के लिए आकर्षित नहीं किया है।
सरकारी निवेश के कमजोर होने और प्रति व्यक्ति आय की कमी का हवाला देते हुये इस महीने की शुरुआत में एसएंडपी ने भी भारत की रेटिंग नहीं बढ़ाई थी और ना ही अगले साल बढ़ाने की बात की है।