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अगर आप चाहते हैं कि सेवानिवृत्ति के बाद आपको हर महीने ₹1 लाख से ज्यादा की पेंशन मिले, तो नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। सही प्लानिंग और निवेश से आप अपने रिटायरमेंट को सुरक्षित बना सकते हैं।
NPS के नियम क्या हैं?
- नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) एक सरकारी योजना है, जिसमें खाता देशभर में कहीं से भी संचालित किया जा सकता है।
- सेवानिवृत्ति के बाद 60% राशि निकाल सकते हैं, जबकि 40% हिस्सा पेंशन योजना में जमा करना अनिवार्य है।
- अगर कुल जमा राशि ₹5 लाख या उससे कम है, तो पूरी रकम एक साथ निकाली जा सकती है और यह टैक्स-फ्री होगी।
कब शुरू करें NPS में निवेश?
- 35 वर्ष की आयु तक निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को 75% तक इक्विटी में निवेश करने का विकल्प मिलता है।
- 50 वर्ष तक यह एक्सपोजर 75% तक और 60 वर्ष की आयु तक घटकर 5% से 50% रह जाता है।
- यदि 35-40 साल की उम्र में निवेश शुरू किया जाए, तो एक अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
₹1 लाख पेंशन पाने के लिए निवेश की गणना
- मान लीजिए, आपकी उम्र 40 वर्ष है और आप अगले 20 वर्षों तक NPS में निवेश करना चाहते हैं।
- हर महीने ₹20,000 निवेश करें और हर साल इसे 10% बढ़ाएं।
- अगर औसत रिटर्न 10% मानें, तो 20 वर्षों में कुल निवेश ₹3.23 करोड़ होगा।
कुल निवेश और रिटर्न का ब्रेकडाउन:
- कुल निवेश: ₹1.37 करोड़
- कुल रिटर्न: ₹1.85 करोड़
- टैक्स सेविंग: ₹41.23 लाख
- सेवानिवृत्ति के समय कुल फंड: ₹3.23 करोड़
- एन्युइटी प्लान में निवेश (55%): ₹1.62 करोड़
- एकमुश्त निकासी: ₹1.62 करोड़
- एन्युइटी रेट: 8%
- मासिक पेंशन: ₹1 लाख के करीब
निष्कर्ष
अगर NPS में सही प्लानिंग और अनुशासित तरीके से निवेश किया जाए, तो सेवानिवृत्ति के बाद ₹1.62 करोड़ का एकमुश्त फंड और ₹1 लाख से अधिक मासिक पेंशन प्राप्त हो सकती है।