नई दिल्ली। अनिल अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस कैपिटल अपने गैर-प्रमुख निवेश को बेचकर ‘भारी पूंजीगत लाभ’ कमाने पर विचार कर रही है। कंपनी ने हाल ही में पेटीएम में हिस्सेदारी बेचकर 27 गुना रिटर्न अर्जित किया। उक्त दो कंपनियों - सूला वाइनयाड्र्स व ग्रोवर वाइनयाड्र्स- की देश के वाइन बाजार में लगभग 70 प्रतिशत हिस्सेदारी है। वैश्विक निवेशक इस बाजार में भारी रचि दिखा रहे हैं।
अनिल अंबानी समूह की वित्तीय सेवा इकाई रिलायंस कैपिटल लगभग तीन साल पहले इन दो फर्म में लगभग 171 करोड़ रपये में शेयर खरीदे थे।
रिलायंस कैपिटल ने हाल ही में डिजिटल वालेट कंपनी पेटीएम में अपनी हिस्सेदारी 275 करोड़ रपये में बेची। कंपनी ने यह निवेश लगभग 10 करोड़ रपये में किया था। कंपनी मार्च 2018 तक गैर प्रमुख आस्तियों को बेचने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
सूत्रों ने बताया कि रिलायंस कैपिटल अब सूला व ग्रोवर वाइनयाड्र्स सहित अन्य गैर प्रमुख निवेशकों को बेचने पर विचार कर रही है। विलेषकों का कहना है कि इन फर्मों की बाजार भागीदारी तथा भारतीय वाइन बाजार में वैश्विक निवेशकों की रचि को देखते हुए फर्म को भारी पूंजीगत लाभ हो सकता है। -(एजेंसी)