बिहार की नीतीश सरकार ने प्रदेश की राजधानी पटना से पिछले साल 656 बच्चों के लापता होने पर चिंता जताते हुए सोमवार को कहा कि इसे लेकर एक विशेष अभियान चलाया जाएगा।
बिहार विधान सभा में सोमवार को भाजपा सदस्य नंदकिशोर यादव द्वारा पूछे गए एक अल्पसूचित प्रश्न का उत्तर देते हुए गृह विभाग के प्रभारी मंत्री बिजें प्रसाद यादव ने बताया कि पटना से पिछले साल लापता हुए 656 बच्चों में से 433 बरामद कर लिए गए जबकि 213 के बारे में अब भी पता नहीं चल पाया है।
उन्होंने कहा कि अब तक बरामद नहीं हुए बच्चों को लेकर त्वरित कार्रवाई के लिए प्रत्येक थाना में एक नोडल अधिकारी बनाया गया है। बच्चों के लापता होने के कई कारण जिनमें पढाई के लिए डांटे जाने पर घर से भाग जाना सहित अन्य कारण शामिल हैं। कई लापता बच्चे बड़े हैं और उन्हें जबरन ले जाने पर वे हंगामा कर सकते थे जिससे यह प्रतीत होता है कि वे उनमें कई व्यक्तिगत कारणों से लापता हैं।
प्रश्नकर्ता द्वारा यह पूछे जाने पर क्या लापता बच्चों का संबंध मानव तस्करी से है अथवा गलत कार्य करवाने वालों द्वारा उन्हें पकड़ लिया गया है तो मंत्री ने कहा कि उनके पास मानव तस्करी से संबंधित जानकारी तत्काल उपलब्ध नहीं है लेकिन लापता हुए बाकी बच्चों की शीघ्र बरामदगी के लिए प्रयास तेज किए जाएंगे।