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सरकार ने तैयार किया विस्तृत प्लान, आगामी वित्त वर्ष से होगा निर्माण कार्य शुरू
जयपुर: राजस्थान में आगामी बजट 2025 से पहले एक महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। राज्य सरकार ने जयपुर जिले के विभिन्न कस्बों में 405 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से नए बाईपास बनाने की योजना तैयार की है। इन बाईपासों के बनने से ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी, यातायात सुगम होगा और सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी।
छह कस्बों में बनेंगे नए बाईपास
सार्वजनिक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा तैयार इस योजना के तहत जयपुर जिले में शाहपुरा, किशनगढ़-रेनवाल, ताला, फागी, आंधी और दूदू के पास साखून में नए बाईपास बनाए जाएंगे। इन क्षेत्रों में मौजूदा सड़कों पर ट्रैफिक लोड अधिक होने और सड़क की चौड़ाई कम होने के कारण जाम की समस्या बनी रहती है। इस समस्या को दूर करने के लिए बाहरी इलाकों में बाईपास बनाने का निर्णय लिया गया है।
बाईपास निर्माण की अनुमानित लागत और लंबाई:
- आंधी: 40 करोड़ रुपये की लागत से 4 किमी लंबा बाईपास
- फागी: 50 करोड़ रुपये की लागत से 6 किमी लंबा बाईपास
- साखून (दूदू के पास): 14 करोड़ रुपये की लागत से 5 किमी लंबा बाईपास
- शाहपुरा (दिल्ली बाईपास): 112 करोड़ रुपये की लागत से 20 किमी लंबा बाईपास
- किशनगढ़-रेनवाल: 139.42 करोड़ रुपये की लागत से 8 किमी लंबा बाईपास और एक रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी)
- ताला (दिल्ली बाईपास पर): 50 करोड़ रुपये की लागत से 5 किमी लंबा बाईपास
अन्य प्रमुख सड़क विकास कार्य भी होंगे
- फागी से दूदू स्टेट हाईवे तक 50 करोड़ रुपये की लागत से 39 किमी लंबी सड़क को सुदृढ़ किया जाएगा।
- कालाडेरा के आगे हस्तेड़ा से मंडा-भिंडा इंडस्ट्रियल एरिया तक 15 करोड़ रुपये की लागत से 8 किमी लंबी सड़क का चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण किया जाएगा।
- 114 करोड़ रुपये की लागत से जयपुर-फुलेरा सेक्शन में आसलपुर जोबनेर एलसी-243 पर 4 लेन रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) बनाया जाएगा।
- 64 करोड़ रुपये की लागत से एलसी-245 पर 2 लेन आरओबी का निर्माण होगा।
- रेनवाल से खाटूश्याम वाया पचार सड़क (8 किमी लंबाई) को 12 करोड़ रुपये की लागत से चौड़ा और मजबूत किया जाएगा।
- फुलेरा (नलियासर मोड़) से मरवा (स्टेट हाईवे 100) और एमडीआर-406 (31 किमी लंबाई) के चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण पर 60 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
सरकार की मंशा और लाभ
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में पीडब्ल्यूडी ने इस परियोजना का प्रस्ताव प्रस्तुत किया। सरकार का लक्ष्य है कि नए बाईपासों के निर्माण से स्थानीय यातायात का दबाव कम हो, आवागमन सुगम बने और दुर्घटनाओं में कमी आए।
योजना पर काम आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 से शुरू होने की उम्मीद है। इस परियोजना से जयपुर जिले की सड़कों का बुनियादी ढांचा मजबूत होगा और लोगों को बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी।