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इंटरनेट डेस्क। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अभी तक बवाल मचा हुआ है। 20 जनवरी को डेमोक्रैट जो बाइडेन राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। लेकिन इससे पहले बुधवार रात को अमेरिका के इतिहास में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर जो हुआ, शायद ही कभी हुआ हो। बुधवार से शुरू हुआ ये सिलसिला गुरुवार सुबह तक जारी है। संसद कैपिटल को अमरीकी पुलिस ने अपनी सुरक्षा में ले लिया है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बाइडेन की जीत स्वीकार करने को पहले ही तैयार नहीं थे लेकिन शायद ही किसी को अंदाजा होगा कि हालात इतने बिगड़ जाएंगे। ट्रंप समर्थक बुधवार को जबरन संसद कैपिटल में घुस गए, हिंसा हुई और एक जान भी चली गई। एसोसिएटेड प्रेस (एपी) की एक रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस का कहना है कि अब तक चार लोगों की मौत हो गई।
पुलिस का कहना है कि ट्रम्प समर्थकों ने वाशिंगटन डीसी में यूएस कैपिटल पर कब्जा कर लिया था। एक महिला को अमेरिकी कैपिटल पुलिस ने गोली मार दी थी क्योंकि भीड़ ने एक बैरिकेड के दरवाजे को तोड़ने की कोशिश की, और तीन की मेडिकल आपात स्थिति में मौत हो गई।
अमरीकी इतिहासकार बताते हैं कि देश की संसद ने ऐसा हाल कम से कम 200 साल में पहली बार देखा है। घटना के बाद रिपब्लिकन नेता खुद लोकतंत्र पर हुए इस हमले के बाद डोनाल्ड ट्रंप को बाहर करने की मांग लगातार करने लगे हैं। कैपिटल हिल हिस्टॉरिकल सोसायटी के डायरेक्टर ऑफ स्कॉलशिप ऐंड ऑपरेशन्स सैम्युअल हॉलिडे ने बताया है कि 1812 के युद्ध के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि कैपिटल में इस तरह का युद्द जैसा माहौल देखा गया हो। तब अंग्रेजों ने इमारत पर हमला कर दिया था और आग लगा दी थी।