अंगारकी चतुर्थी जिसे अंगारकी संकष्टी चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। हिंदुओं द्वारा मनाई जाती है। संकष्टी चतुर्थी मंगलवार को पड़ता है। इस दिन भक्त पूरे दिन भगवान गणेश का आशीर्वाद लेने के लिए उपवास करते हैं। 13 सितंबर को चतुर्थी तिथि सुबह 8:07 बजे शुरू होगी और 14 सितंबर को सुबह 7:55 बजे समाप्त होगी।
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अंगारकी चतुर्थी 2022: शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4:49 बजे से 5:36 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:10 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक
विजया मुहूर्त: दोपहर 2:39 से दोपहर 3:29 तक
गोधुली मुहूर्त शाम 6:35 से शाम 7:00 बजे तक है
अंगारकी चतुर्थी 2022: पूजा विधि
इस दिन भक्त सुबह जल्दी उठकर स्नान करते हैं। फिर वे भजन, मंत्रों और भजनों का पाठ करके भगवान गणेश की मूर्ति की पूजा करते हैं। भगवान गणेश को उनकी पसंदीदा मिठाई प्रसाद के रूप में मोदक भी दिया जाता है। आरती पूरी होने के बाद प्रसाद के रूप में मोदक बांटे जाते हैं।
एक दिन का उपवास रखना अंगारकी चतुर्थी के सबसे महत्वपूर्ण अनुष्ठानों में से एक है। इस दिन भक्त सूर्योदय से अपना व्रत शुरू करते हैं और शाम को इसे तोड़ते हैं। कुछ भक्त पूरे दिन कुछ न खाकर कठिन उपवास रखते हैं। जबकि अन्य आंशिक उपवास रखते हैं और फल और साबूदाने की खिचड़ी खाते हैं।