पुष्कर मेले को पुष्कर मेला, पुष्कर ऊंट मेला वे कार्तिक मेला के नाम से भी जानते हैं। लोगों को राजस्थान की समृद्ध संस्कृति और परंपरा के करीब लाना। इस साल पुष्कर मेला 1-9 नवंबर तक है। आप पुष्कर में नहीं हैं, तो जल्दी आप पुष्कर मेले में जानें का प्लान बनाए।

पशुओं में ढेलेदार चर्म रोग फैलने के कारण इस वर्ष पुष्कर मेला लोकप्रिय पशु मेले के बिना होगा। हर साल, पशु मेला मेले का मुख्य आकर्षण हुआ करता है। पूरे राज्य के किसान इस मेले में मवेशियों, ऊंटों और घोड़ों जैसे पशुओं का व्यापार करने के लिए शामिल होते हैं।

पवित्र पुष्कर झील की तीर्थयात्रा के लिए भी यह एक महत्वपूर्ण महीना है। इस तीर्थयात्रा के लिए देश भर से तीर्थयात्री पुष्कर की यात्रा करते हैं।

पुष्कर मेला उत्सव में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं होती हैं। मेले में पुरुषों और महिलाओं के बीच रस्साकशी, डांस , मटका फोड और सबसे लंबी मूंछ प्रतियोगिता जैसी मजेदार प्रतियोगिताएं शामिल हैं।