नई दिल्ली। प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास का पता अब 7 रेसकोर्स रोर्ड न होकर 7 लोक कल्याण मार्ग होगा। दरअसल, अधिकारियों ने लुटियंस दिल्ली इलाके में ब्रिटिश शासनकाल में बनी इस सडक़ का नाम रेसकोर्स रोड से बदलकर लोक कल्याण मार्ग करने के प्रस्ताव को बुधवार को मंजूरी दे दी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में हुई नई दिल्ली नगर पालिका परिषद एनडीएमसी की उच्चस्तरीय बैठक में यह निर्णय किया गया। सडक़ के नाम में बदलाव की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए जल्द ही अधिसूचना जारी की जाएगी। केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद यह दिल्ली की दूसरी प्रमुख सडक़ है जिसके नाम में बदलाव किया गया है। पिछले साल औरंगजेब रोड का नाम बदलकर एपीजे अब्दुल कलाम रोड कर दिया गया था। यह नामकरण पूर्व राष्ट्रपति कलाम के नाम पर किया गया था।
हालांकि, कई इतिहासकारों ने इस निर्णय की आलोचना की थी। एनडीएमसी ने गुरूद्वारा रकाबगंज गोलचक्कर का नाम बदलने का भी निर्णय किया । विभिन्न सिख संगठनों द्वारा दिए गए ज्ञापन के आधार पर इस गोल चक्कर का नाम गुरू गोविंद सिंह चौक रखा जाएगा। रेसकोर्स रोड का नाम दिल्ली रेसकोर्स के नाम पर किया गया था। दिल्ली रेसकोर्स दिल्ली रेस क्लब का हिस्सा था, जिसकी स्थापना 1940 में की गई थी। भाजपा सांसद एवं एनडीएमसी परिषद की सदस्य मीनाक्षी लेखी ने रेसकोर्स रोड का नाम बदलकर एकात्म मार्ग रखने का प्रस्ताव दिया था जो उनकी पार्टी के विचारक दीनदयाल उपाध्याय की विचारधारा है।
किंतु बैठक में इसे स्वीकार नहीं किया गया। बैठक में केजरीवाल ने रेसकोर्स रोड का नाम गुरू गोविन्द सिंह पर रखने का प्रस्ताव किया किंतु कुछ लोग इससे संतुष्ट नहीं हुए । केजरीवाल ने कहा, ‘‘मैंने सडक़ का नाम गुरू गोविंद सिंह पर रखने को कहा जबकि लेखी ने कहा कि इसका नाम एकात्म मार्ग होना चाहिए। मैंने कहा कि इस बारे में प्रधानमंत्री से विचार विमर्श करना चाहिए लेकिन परिषद के सदस्यों ने जनता से मिले सुझावों के आधार पर तय किया कि इसका नाम लोक कल्याण मार्ग हो ।’’ आम आदमी पार्टी के विधायक सुरिंदर सिंह ने नाम एकात्म मार्ग रखने के लेखी के प्रस्ताव का विरोध किया। एनडीएमसी के अध्यक्ष नरेश कुमार ने कहा कि सडक़ का नाम बदलकर लोक कल्याण मार्ग करने का निर्णय सर्वसम्मति से किया गया।