नई दिल्ली। नोटबंदी शुरू होने के 13वें दिन आज राष्ट्रीय राजधानी में बैंकों के बाहर लाइनें अपेक्षाकृत छोटी दिखीं जबकि एटीएम के बाहर अब भी भारी भीड़ जमा हो रही है।
कुछ बैंक अधिकारियों के अनुसार अमिट स्याही के इस्तेमाल के कारण लाइनें अपेक्षाकृत छोटी हुई हैं।
एक बैंक कर्मचारी ने कहा, ‘‘हमने जब से अमिट स्याही लगाना शुरू किया तब से 500 और 1,000 रपए के पुराने नोट बदलने के लिए आने वाले लोगों की संख्या कम हो गयी। लेकिन लोग अब भी पैसे निकालने एवं जमा करने के लिए आ रहे हैं।’’
हालांकि एटीएम के बाहर अब भी लंबी लाइनें लग रही हैं।
मयूर विहार में रहने वाले 34 साल के एक व्यक्ति ने कहा, ‘‘मुझे कल पैसों की बेहद जरूरत थी और मैं पांच एटीएम में गया लेकिन कहीं भी पैसे नहीं थे। आखिरकार आज शाम मैंने पैसे निकाले।’’
दिल्ली ट्रांसपोटर्स एसोसियेशन ने आज कहा कि नोटबंदी से माल परिवहन एवं ट्रक ट्रांसपोर्र्ट के कारोबार में ‘‘बेहद अव्यवस्था’’ पैदा हुई है। उन्होंने टोल कलेक्शन को सीमित करने एवं पेट्रोल-डीजल पंपों पर पुराने नोट लेने की सीमा 24 नवंबर से आगे बढ़ाने की मांग की।