उमरिया। मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में स्थित बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा वृत्त में मृत पाये गये बाघ के चार शिकारियों को वन विभाग ने करोंदिया गांव से गिरफ्तार कर लिया है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य-प्राणी) जितेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि गत 4 नवम्बर को मृत पाये गये 5 वर्षीय बाघ का शिकार करने के आरोप में वन विभाग की टीम ने तेजवान, खेलन, जनपद गौड़ और धनुरधारी को करोंदिया गाँव से गिरफ्तार किया है। इनका मुखिया शौखीलाल जैसवाल फरार है।
शिकारियों ने पूछताछ में 27 अक्टूबर को भी एक जंगली सुअर का शिकार कराना स्वीकार किया है। अग्रवाल ने बताया कि आरोपियों ने दीपावली के दूसरे दिन जंगली सुअर का पुन: शिकार करने के इरादे से तकरीबन दो किलोमीटर तक बिजली के तार बिछाये थे। इसी दौरान बाघ करंट के चपेट में आकर मर गया, जिसे शिकारियों ने मौके से दूर ले जाकर फेंक दिया।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के संयुक्त संचालक बी.बी.बांगड़ ने बताया कि बाघ के प्रत्येक अंग सुरक्षित होने के कारण प्रथम ²ष्टया हमें यह प्राकृतिक मृत्यु का मामला लगा था, परंतु पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में ह्रदय में क्लाटिंग मिलने से बिजली से मृत्यु का संदेह हुआ। खोजबीन के दौरान एक खेत में तार के छोटे टुकड़े और आगे बढऩे पर खूंटी के निशान मिले, जिनके आधार पर अपराधियों तक पहुंचना संभव हुआ।