धर्मशाला। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी चौथे टेस्ट के दूसरे दिन भारत का एक विकेट सलामी बल्लेबाज मुरली विजय के रूप में गिर गया है। मुरली विजय 11 रन के स्कोर पर आऊट हो गए हैं। हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ (एचपीसीए) स्टेडियम में खेले जा रहे चौथे और आखिरी टेस्ट मैच के पहले दिन शुक्रवार को भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 300 रनों पर ही रोक दिया। दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने अपनी पहली पारी में एक ओवर खेला जिसमें कोई रन नहीं बना और सलामी जोड़ी मुरली विजय और लोकेश राहुल नाबाद मैदान से लौट गए थे।
जबकि पहले दिन यानि शुक्रवार को अपना पहला मैच खेल रहे चाइनमैन गेंदबाज कुलदीप यादव की अगुवाई में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने धर्मशाला में खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 300 रन पर समेट दी। इसके जवाब में पहले दिन का खेल समाप्त होने पर भारत ने एक ओवर में बिना विकेट पर कोई रन नहीं बनाया है।
अपना पदार्पण टेस्ट खेल रहे और भारत के 288वें टेस्ट खिलाड़ी बने उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर के कुलदीप ने 23 ओवर की बेहतरीन गेंदबाजी में 68 रन पर चार विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया को एक विकेट पर 144 रन की बेहद मजबूत स्थिति से 88.3 ओवर में 300 रन पर निपटा दिया।
22 वर्षीय कुलदीप ने खतरनाक ओपनर डेविड वार्नर (56),पीटर हैंड्सकोंब (8), ग्लेन मैक्सवेल (8) और पैट कमिंस (21) के विकेट झटके। तेज गेंदबाज उमेश यादव ने 15 ओवर में 69 रन पर दो विकेट लिए। भुवनेश्वर कुमार, ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा ने एक-एक विकेट लिया।
वहीं ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीवन स्मिथ ने इस सीरीज का तीसरा शतक लगाया। अपने बेहतरीन फार्म में चल रहे कप्तान स्टीव स्मिथ ने 111 रन की शतकीय पारी खेली। सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर ने इस सीरीज का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 56 रन बनाए।
अश्विन ने बनाया विश्व रिकॉर्ड: पहले दिन अश्विन ने इस सीरीज में तीसरा शतक लगाने वाले ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीवन स्मिथ को आउट कर एक सत्र में सर्वाधिक विकेट लेने का विश्व रिकॉर्ड बनाया। इस मामले में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के डेल स्टेन को पीछे छोड़ा। स्टेन ने 2007-08 सीजन में 12 टेस्ट में 16.24 के औसत से 78 विकेट लिए थे। अश्विन के नाम अब 79 विकेट हो गए हैं।
रहाणे ने की भारत की कप्तानी: इससे पहले विराट कोहली के चोटिल होने के कारण अंजिक्य रहाणे को भारतीय टीम की अगुवाई करने का मौका मिला और इस तरह से वह भारत के 33वें टेस्ट कप्तान बन गए। रांची टेस्ट मैच में क्षेत्ररक्षण करते हुए कोहली के कंधे पर चोट लग गई थी। बाएं हाथ के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को उनकी जगह पर टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण का मौका दिया गया है।