रेडबुल के मैक्स वेरस्टापेन दीवार के रूप में खड़े हैं क्योंकि मर्सिडीज के लुईस हैमिल्टन रिकॉर्ड 8 वीं बार फॉर्मूला वन विश्व चैंपियन बनने की राह पर हैं। उलटी गिनती शुरू कर दी गई है। रविवार को अबू धाबी ग्रां प्री में विजेता का फैसला सीजन की आखिरी रेस होना तय है। इनमें से कोई भी जीवित इतिहास नहीं बनेगा। अगर ब्रिटेन के हैमिल्टन जीत जाते हैं तो वह 8 बार के विश्व चैंपियन बनने वाले दुनिया के पहले ड्राइवर बनने जा रहे हैं। वह दिग्गज माइकल शूमाकर (7) को पछाड़ सके। अगर नीदरलैंड के मैक्स जीत जाते हैं तो वह पहली बार विश्व चैंपियन बनेंगे।
इससे मर्सिडीज का पिछले 7 साल से दबदबा भी खत्म हो जाएगा। पिछले 8 वर्षों में रेडबुल ड्राइवर का यह पहला खिताब होने जा रहा है। 2013 में सेबस्टियन वेट्टेल विजेता बने। हैमिल्टन 2016 में 2014 से 2020 तक केवल एक बार खिताब से चूक गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनकी टीम के साथी निको रोसबर्ग तब भी चैंपियन बने हैं। शुक्रवार को हुई पहली रेस में हैमिल्टन शीर्ष पर और मैक्स दूसरे स्थान पर रहे। इस दौड़ को इतिहास की सबसे बड़ी घटनाओं में से एक कहा जा रहा है।
दोनों के 369.5 अंक समान हैं। 47 साल में यह पहली बार है जब 2 खिलाड़ियों के पास आखिरी रेस से पहले समान अंक हैं। इससे पहले 1974 में भी ऐसा हुआ था। इतना ही नहीं 1989 और 1990 में भी ऐसा ही हाल था।
हैमिल्टन बनाम मैक्स
2021 में प्रदर्शन
369.5 अंक 369.5
08 जीत 09
15 पोडियम 17
किमी की आखिरी रेस: फिनलैंड के 42 साल पुराने रायकोनें करियर की ये आखिरी रेस होने जा रही है। अल्फा रोमियो टीम के टॉप टेन में रहकर अपने 19 साल पुराने रेसिंग करियर को अलविदा कहना चाह रहे हैं। उन्होंने 21 रेस जीती हैं और 103 बार पोडियम पूरा किया है।