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इंटरनेट डेस्क। विराट कोहली को क्रिकेट इतिहास के सबसे महान खिलाड़ियों में से एक माना जाता है। 36 साल की उम्र में ही वह आईपीएल इतिहास में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं, टी20 और वनडे में तीसरे और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तीसरे नंबर पर हैं। उनके नाम सबसे ज़्यादा वनडे शतक और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दूसरे सबसे ज़्यादा शतक लगाने का रिकॉर्ड भी है। हाल ही में कोहली की बचपन की शिक्षिका विभा सचदेव ने क्रिकेडियम से बात की और बहुत कम उम्र से ही क्रिकेट के प्रति उनके समर्पण के बारे में बताया।
विराट कोहली के बारे में क्या कहा स्कूल टीचर
विराट की स्कूल टीचर ने कहा कि उसकी आंखों में काफी भावनाएं होती थीं। विराट सभी स्कूल एक्टिवीटी में भाग लेता था, वह सभी इंटरहाउस गतिविधियों में एक उत्साही प्रतिभागी था। मैडम, मैं भारतीय टीम का अगला सचिन तेंदुलकर बनूंगा’ यह अक्सर दोहरायी जाने वाली बात थी। हां उस समय कभी-कभी यह हमें चौड़ी आँखों वाले लड़के के दृढ़ संकल्प और आत्मविश्वास को देखकर मुस्कुरा देता था।
परीक्षाओं में लाता था अच्छे अंक
टीचर ने बताया कि विराट हमेशा अपनी परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त करता था। वह एक औसत से ऊपर का प्रदर्शन करने वाला व्यक्ति था, और केवल एक बार वह कुछ अंक खो देता था जब उसकी प्रैक्टिस उसका समय ले लेती थी। मैं अपनी प्रैक्टिस से वापस आने के बाद देर से अपनी परीक्षा की तैयारी करता था’, यह कुछ ऐसा था जो हम उससे अक्सर सुनते थे। उसने खेल और शिक्षा दोनों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए बहुत मेहनत की, और विशाल भारती पब्लिक स्कूल, पश्चिम विहार के शिक्षकों ने उसके संघर्ष को पूरी तरह से समझा और उसे अतिरिक्त मार्गदर्शन देकर उसका सहयोग किया।
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