जबसे केंद्र सरकार ने नोट बंद करने का एेलान किया है, तब से आम जनता तो बैंको के चक्कर लगा ही रही है ,साथ ही गरीब भिखारी भी इसी समस्या से जूझ रहे हैं। ऐसी ही एक कहानी है मध्यप्रदेश के देवास जिले में रहने वाले भिखारी दम्पति की। जो 500-1000 के 96000 रूपए को बदलवाने के लिए भटक रहा है।
इस दम्पति की ज़िन्दगी लोगो से भीख मांगकर गुजरी है। अब ये परेशान है अपनी पैसे को बदलवाने के लिए।
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भीख मांगने वाले इस दंपति ने 500-1,000 रुपए के बंद होने की खबर सुनी तो उसकी नींद उड़ गई।
गांव के सरपंच ईश्वर सिंह पंवार ने शुक्रवार शाम संवाददाताओं को बताया कि गांव में रहने वाला भिखारी दंपति उनके पास 96 हजार रुपए मूल्य के 500-500 रुपए के नोट लेकर आया। उनका कोई बैंक खाता भी नहीं है।
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बैंक अधिकारियों से बात की गई है, भिखारी दंपति की मदद की जाएगी। सीताराम ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने अपनी जरूरत के चलते नोट जमा कर रखे थे। उन्हें पता चला है कि पुराने नोट अब नहीं चलेंगे, तो वे अपने पास जमा नोट लेकर पंचायत में सरपंच के पास लेकर पहुंचे।