गुरूवार के दिन भगवान बृहस्पति देव की पूजा करने से धन, विद्या, पुत्र तथा मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। जिन जातकों के विवाह में बाधाएं उत्पन्न हो रही हो उन्हें गुरूवार का व्रत करना चाहिए। इस दिन बृहस्पतेश्वर महादेव जी की पूजा होती है। दिन में एक समय ही भोजन करें। पीले वस्त्र धारण करें, पीले पुष्पों को धारण करें।
भोजन भी चने की दाल का होना चाहिए। गुरूवार के दिन व्रत में नमक नहीं खाना चाहिए। पीले रंग का फूल, चने की दाल, पीले कपड़े और पीले चन्दन से पूजा करनी चाहिए। पूजन के बाद कथा सुननी चाहिए। इस व्रत से बृहस्पति जी खुश होते है तथा धन और विद्या का लाभ होता है। इस व्रत मे केले का पूजन किया जाता है।
केले के पूजन के साथ ही इस दिन भगवान सत्यनारायण की पूजा करके कथा सुनी जाती है। इस दिन ब्रहामणों को भोजन कराके उन्हें दक्षिणा दें। इसके साथ ही इस दिन चने की दाल तथा केसर का मंदिर में दान करें। शुद्ध मन से पूजा करके पूरे दिन व्रत रखें और एक समय भोजन ग्रहण करें।