जानिए क्यों है चैत्र मास में पड़ने वाली 'अमावस्या' खास

Samachar Jagat | Sunday, 26 Mar 2017 12:08:50 PM
Know why is the Amavasya special in Fallgun Month

हिंदू पंचांग के अनुसार माह की कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि और नए चन्द्रमा के पहले दिन को अमावस्या कहा जाता है। शास्त्रों में चन्द्रमा की 16वीं कला को ’अमा’ कहा गया है। अमा महाकला है जिसमें चन्द्रमा की 16 कलाओं की शक्तियां विध्यमान हैं। शास्त्रों में अमा को अनेक नामों से जाना जाता है, जैसे अमावस्या, सूर्य-चन्द्र संगम, अमावासी, अमावसी या अमामासी।

एक्वेरियम से जुड़ी कुछ ऐसी बातें जो आपके घर के वातावरण को करती है प्रभावित

अमावस्या के दिन चन्द्रमा नहीं दिखता है अर्थात जिसका क्षय और उदय नहीं होता है उसे अमावस्या कहा गया है। अमावस्या माह में एक बार ही आती है। अमावस्या सूर्य और चन्द्र के मिलन का काल है। इस दिन दोनों ही एक ही राशि में रहते हैं। वहीं जब अमावस्या सोमवार के दिन पड़ती है तो इसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है।

यात्रा पर जाते समय इन 5 जरूरी चीजों को रखें अपने साथ

हिंदू शास्त्रों में इस तिथि को बहुत महत्व दिया गया है। इस बार चैत्र मास में 27 मार्च यानि कल सोमवार के दिन अमावस्या पड़ रही है। इसलिए इस अमावस्या को सोमवती अमावस्या के नाम से जाना जाएगा। सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को बहुत ही शुभ माना जाता है क्योंकि सोमवार का दिन भगवान शिव का दिन होता है और इस दिन सोमवती अमावस्या का आना पूर्णरूपेण शिवजी को समर्पित होता है। इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।

(Source - Google)

इन ख़बरों पर भी डालें एक नजर :-

चांदी से जुड़े ये उपाय चमका देंगे आपकी किस्मत

कहीं आपके अवगुण तो नहीं बन रहे आपकी असफलता का कारण

ईशान कोण के लिए कुछ खास वास्तु टिप्स


 



 

यहां क्लिक करें : हर पल अपडेट रहने के लिए डाउनलोड करें, समाचार जगत मोबाइल एप। हिन्दी चटपटी एवं रोचक खबरों से जुड़े और अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें!

loading...
रिलेटेड न्यूज़
ताज़ा खबर

Copyright @ 2024 Samachar Jagat, Jaipur. All Right Reserved.