इंटरनेट डेस्क। आम आदमी पार्टी छोड़ने के बाद अल्का लांबा पहली बार कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। अलका लांबा के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं। वहीं 1998 से 2013 तक लगातार तीन बार दिल्ली पर शासन करने वाली कांग्रेस इस चुनाव में अपना खाता तक नहीं खोल पाई।

ऐसे में अल्का लांबा कांग्रेस के लिए संजीवनी बूटी का कार्य कर सकती है। दिल्ली से जुड़ी होने के कारण दिल्ली कांग्रेस में भी अलका लांबा को कोई नई जिम्मेदारी मिल सकती है। जहां तक कांग्रेस की बात की जाएं तो कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनावों मेंकोई खासा अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। ऐसे में कांग्रेस चाहेंगी कि अल्का लांबा जैसी राजनीति की उठा-पठक समझने वाली महिला को दिल्ली में कांग्रेस युवा चेहरे के रूप में आगे ला सकती है।

साथ ही राजनैतिक गलियारों में कयास लगाएं जा रहे है कि अलका को महिला कांग्रेस की अध्यक्ष के रूप में पेश किया जा सकता है। दिल्ली के चांदनी चैक से विधायक अलका लांबा ने आज आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। अलका लांबा ने ट्विटर पर लिखा आप को गुड बाय कहने का समय आ गया है। पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।

पिछले दिनों अलका लांबा ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। उन्होंने एक ट्वीट लिखा कि अरविंद केजरीवाल जी, आपके प्रवक्ताओं ने मुझे आपकी इच्छा के अनुसार पूरे अहंकार के साथ कहा कि पार्टी ट्विटर पर भी मेरा इस्तीफा स्वीकार कर लेगी। इसलिए कृपया आम आदमी पार्टी जो अब खास आम आदमी पार्टी बन चुकी है, की प्राथमिक सदस्यता से मेरा इस्तीफा स्वीकार करें।

लांबा पिछले कई महीनों से आम आदमी पार्टी के साथ विभिन्न मुद्दों पर भिड़ती नजर आ रही थीं। अगस्त की शुरुआत में लांबा ने कहा था कि उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का फैसला किया है और वह एक स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगी।