पटना। पटना के दीघा में गंगा नदी के मझधार में फंसी नाव पर सवार गर्भवती गुडिय़ा ने बच्ची को का जन्म दिया। अब इस बच्ची का नाम ‘गंगा’ रखा गया है। मां और बच्चा दोनों ठीक हालत में हैं। सरकारी स्कूल में बने बाढ़ राहत शिविर में गुडिय़ा अपनी बच्ची और घरवालों के साथ सुरक्षित पहुंच गई है।
दीघा के नकटा दियारे इलाके का नयागांव पिछले चार दिनों से गंगा के कहर से तबाह है। पूरा गांव बाढ़ के पानी से घिरा हुआ है। इसी बीच गर्भवती गुडिय़ा को प्रसव पीड़ा शुरू हुई। गुडिय़ा दर्द से कराह रही थी और दूसरी तरफ उसके परिजन उसे किसी तरह पटना पहुंचाने की कोशिश में थे।
पति सिकंदर तड़प रही गुडिय़ा को गंगा पार कर अस्पताल ले जाने की तैयारी कर था लेकिन सोमवार को गंगा में पानी का स्तर और बढ़ गया। गुडिय़ा ने कहा है कि उसने अपने पति को किसी भी तरह नाव लेने भेज दिया। इस बीच परिजन जहां बाढ़ के पानी से घर का सामान बचा रहे थे, वहीं गुडिय़ा की प्रसव पीड़ा भी बढ़ रही थी।
सिकंदर कहीं से एक नाव लेकर आया। नाव पर गुडिय़ा को किसी तरह चढ़ाया गया। सिकंदर ने बताया कि किसी तरह जरूरत के सामान लेकर वह अपनी मां, चाची, पिता और चाचा के साथ नाव पर सवार होकर चल दिया। लेकिन गुडिय़ा को तेजी से दर्द होने लगा। नाव पर सवार औरतों ने साड़ी से एक सुरक्षित घेरा बनाया गुडिय़ा का प्रसव कराया।
सिकंदर ने कहा, भगवान ने इसे गंगा के मझधार में भेजा है, इसलिए इसका नाम गंगा ही रहेगा। उन्होंने कहा कि गुडिय़ा को पास के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां एक दिन के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। गुडिय़ा अब दीघा के सरकारी स्कूल में बने बाढ़ राहत शिविर में अपने बच्चे और परिवार के साथ है।