नई दिल्ली। भारतीय पहलवान योगेश्वर दत्त पर किस्मत महरबान हो गई है। रियो ओलंपिक 2016 में तो योगेश्वर कुछ खास नहीं कर सके, लेकिन 2012 में हुए लंदन ओलंपिक को लेकर उनके लिए अच्छी खबर है। लंदन ओलंपिक में योगेश्वर ने कांस्य (ब्रॉन्ज) पदक जीता था जो अब सिल्वर में तब्दील होने जा रहा है। मुकाबले में योगेश्वर तीसरे नंबर पर रहे थे। लेकिन अब दूसरे नंबर रहने वाले रूसी पहलवान डोपिंग टैस्ट में पॉजिटिव पाया गया है। जिस कारण उससे सिल्वर पदक वापस लिया जा सकता है, और वो पदक तीसरे नंबर पर रहे योगेश्वर को दिया जा सकता है।
बता दें कि लंदन ओलंपिक में फ्रीस्टाइल 60 किलोग्राम इवेंट में रूस के बेसिक कुदुखोव ने सिल्वर मेडल जीता था। इसी इवेंट में योगेश्वर को कांस्य से संतोष करना पड़ा था। हालांकि बेसिक कुदुखोव चार साल बाद अब डोप टेस्ट में फेल हो गए हैं जिसके चलते उनका सिल्वर योगेश्वर को मिलने वाला है जबकि योगेश्वर का ब्रॉन्ज चौथे नंबर पर रहे खिलाड़ी को दिया जाएगा। गौरतलब है कि कुदुखोव की सिर्फ 27 साल की उम्र में साल 2013 में एक कार दुर्घटना में मौत हो चुकी है।
नियम के मुताबिक इस महीने रियो ओलिंपिक से पहले अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आईओसी) ने लंदन ओलिंपिक के दौरान एकत्र किए सैंपलों का फिर से परीक्षण किया था। बता दें कि ऐसा एक स्टैंडर्ड अभ्यास के तहत किया जाता है और ऐसे सैंपलों को 10 साल तक संरक्षित रखा जाता है।
ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि अगर कोई आधुनिक दवाओं के इस्तेमाल से डोप टेस्ट में बच गया है तो उसे पकड़ा जा सके। ये टेस्ट बेहद एडवांस्ड तरीकों से किया जाता है। बताया जा रहा है कि योगेश्वर को सिल्वर मिलने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है लेकिन डोप टेस्ट में बेसिक कुदुखोव के फेल होने के बाद ये तय है।