नई दिल्ली। दिवाली का आगाज होते ही सबका क्रेज सजे-धजे मार्केट की तरफी होता है। कोई पूरे साल भर सिर्फ इस त्योहांर का इंतजार कुछ नया खरीदनें के लिए ही करते है तो कुछ अपनें ऑफिस में बोनस और गिफ्ट्स के लिए।
हर कंपनी सरकारी दफ्तर अपनें कर्मचारियों को दीवाली के उपलक्ष में कुछ ना कुछ जरुर भेंट करती है। चाहें वह गिफ्ट्स के तौर पर हो या फिर कैश के तौर पर। ये सिलसिला हर साल चला आता है। बोनस या गिफ्ट्स निर्भर करते है कि उस कंपनी को कितना लाभ हुआ है। इसी पर ही उस कंपनी के कर्मचारियों का दिवाली बोनस या गिफ्ट्स तय होते है।
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लेकिन इस सिलसिले में अपनें कर्मचारियों को उम्रभर का तोहफा दिया है सूरत के जाने-मानें हीरा व्यापारी नें। जी हां सावजी ढोलकिया को कौन नहीं जानता। सूरत के मशहूर हीरा व्यापारी। सावजी नें कंपनी के सबसे बेहतरीन कर्मचारियों को 400 फ्लैट्स औऱ 1000 कारें दिवाली बोनस के रुप में दिए है।
जी हां सुननें में थोड़ा अजीब लगे लेकिन कंपनी के कर्मचारियों को ये बहुत ही कम दर पर मुहैया होगी। कंपनी आने वाले पांच साल तक इन फ्लैट्स और कार की ईएमआई भरनें में कर्मचारियों की मदद करेगी। कंपनी 5 हजार रुपए तक की मदद करेगी बाकी रकम कर्मचारियों के वेतन में से काटी जाएगी।
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सावजी नें बताया कि सालभर सबसे बेहतर परफॉर्मेंस देने वाले 1716 कर्मचारियों का इस सेवा के लिए चुनाव किया गया है। जिन कर्मचारियों के पास पहले से ही कार थी उन्हें हमनें फ्लैट की उपलब्धता करवाई है। और जिनके पास कारें नही है उन्हें कार दी गई है। कर्मचारियों को दिए गए फ्लैट्स कंपनी की ही हाउसिंग स्कीम से दिए गए है। सभी फ्लैट 1100 स्कवायर फीट के है।
कंपनी नें अपनें कर्मचारियों को ये फ्लैट्स मात्र 15 लाख रुपए में दिए है। कर्मचारियों को इसके लिए 5 साल तक 11 हजार रुपए की ईएमआई भरनी पड़ेगी।
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पिछले साल भी किए गए थे गाड़िया और फ्लैट्स गिफ्ट्स-
पिछले साल भी कंपनी नें कर्मचारियों को दीवाली बोनस के तौर पर 491 कारें औऱ 200 फ्लैट दिए गए थे। उससे पहले कंपनी नें कर्मचारियों को 50 करोड़ रुपए का इंसेटिंव बोनस के तौर पर दिया था।
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मिसाल के तौर पर सावजी-
अमरेली में पले-बड़े अरबपति सावजी ढ़ोलकिया नें अपने चाचा से कर्ज लेकर कारोबार की शुरुआत की थी। अपनी मेहनत और लगन से उन्होनें अपनें कारोबबार को आगे बढ़ाया। पैसे की अहमियत सिखानें के लिए सावजी नें अपनें बेटे को केरल में तीन जोडी कपड़ो और सात हजार रुपए देकर कमानें के लिए भेज दिया था।