मुंबई। देश के सबसे प्रतिष्ठित औद्योगिक समूह टाटा संस के अंतरिम अध्यक्ष रतन टाटा ने आज कहा कि समूह के भविष्य की सफलता के लिए साइरस मिस्त्री को पद से हटाना नितांत हो गया था।
टाटा ने कर्मचारियों से कहा कि बोर्ड ने बड़ी सूझबूझ और गहरे विचार-विमर्श के बाद मिस्त्री को पद से हटाने का निर्णय लिया था और वह इस पर किसी का अनुसरण करने के लिए नहीं हैं बल्कि नेतृत्व करने आए हैं।
उन्होंने नेतृत्व में स्थिरता और नियमितता बनाए रखने पर काम करने का भरोसा दिलाते हुए कहा कि वह समूह के प्रति जिम्मेदार हैं।
टाटा संस के अध्यक्ष साइरस मिस्त्री को पद से हटाए जाने के बाद समूह और मिस्त्री के बीच बयानबाजी थम नहीं रही और एक दूसरे पर गंभीर आरोप-प्रत्यारोप का दौर बना हुआ है। मिस्त्री ने पद से हटाए जाने के बाद कर्मचारियों को पिछले सप्ताह एक पत्र लिखा था। हालांकि मिस्त्री ने पद से हटाए जाने के बाद निदेशक मंडल के सदस्यों को एक ई-मेल भेजे थे जिसमें उन्होंने समूह पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। मिस्त्री ने आज एक बयान जारी किया जिसमें उन्होंने डोकोमो विवाद को लेकर लगाए जा रहे आरोपों का जबाव दिया है।