जयपुर । वरिष्ठ आईपीएस अनिल पालीवाल ने मंगलवार को बीएसएफ महानिरीक्षक राजस्थान सीमांत का पदभार ग्रहण कर लिया। पालीवाल ने राजस्थान सीमांत के निवर्तमान महानिरीक्षक वर्तमान डॉ. बी. आर. मेघवाल, के स्थान पर पदभार ग्रहण किया है।
पदग्रहण के बाद पत्रकारो से बातचीत करते हुए महानिरीक्षक अनिल पालीवाल ने राजस्थान से लगती भारत-पाक अन्तर्राश्ट्र्ीय सीमा की सुरक्षा बढाने हेतु उचित कदम उठाने की कटिबद्धता जताई जिसके अन्तर्गत बल मुख्यालय द्वारा मुहैया करवाये जाने वाले आधुनिक तकनीकी उपकरणों का भरपूर इस्तेमाल और सीमा पर कुषल प्रबंधन शामिल है । उन्होंने कहा कि सीमा पर रहने वाले आम नागरिकों की भलाई के लिए भी सीमा सुरक्षा बल और प्रयत्न करेगी ताकि उनके सहयोग से सीमा की सुरक्षा और बढाई जा सके ।
अनिल पालीवाल ने सीमा प्रहरियों के लिये सीमा पर अधिक सुविधाएॅं मुहैया करवाने के लिए प्रयत्न करने की कटिबद्धता जताई है जिसमें मुख्यतया सीमा चौकियों पर पीने का स्वच्छ पानी, जल संग्रहण व पौधारोपण रहेंगे । इसके अतिरिक्त महानिदेशक सीमा सुरक्षा की प्राथमिकताओं जिसमें सीमा पर नवविवाहित कार्मिकों के लिए आवास, फाइनेंसियल लिट्रेसी, सीमाओं पर आधुनिक उपकरणों का उपयोग, योग और ऑर्गन डोनेशन इत्यादि सम्मिलित है ।
निर्वतमान बीएसएफ महानिरीक्षक मेघवाल बीएसएफ में दिनांक 04 जनवरी 2010 को प्रतिनियुक्ति पर आये थे। मेघवाल 07 साल की सेवा के बाद अपने मूल कैडर पश्चिम बंगाल पुलिस में जा रहे हैं। डॉ बी आर. मेघवाल, भा.पु.से. ने दिनांक 10 फरवरी 2015 को महानिरीक्षक, राजस्थान सीमांत का पदभार ग्रहण किया था।
2 वर्षो के नेतृत्व में सीमा पर तैनात प्रहरियों के द्वारा 23 मादक पदार्थ तस्कर, 23 हथियार तस्कर तथा भारतीय सीमा का अनाधिकृत तरीके से उल्लंघन करने की कोशिश कर रहे 43 भारतीय नागरिक और 28 पाकिस्तानी/बांग्लादेषी/नेपाली नागरिकों को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया गया । इसी दौरान 09 हथियार 80 राउण्ड 3 कि.ग्रा. गन पाउडर, 5.5 कि.गा. हेरोईन, 12 कि.ग्रा. ऑपियम मिल्क, 80 किग्रा पॉपी हस्क और 180 गा्रम गांजा, 800 लीटर देषी षराब, 200 टन जिप्सम, 38 मोबाईल फोन, 39 सिम के साथ-साथ 52,000 रुपये पाक मुद्रा व 1,57,000 रुपये भारतीय मुद्रा के अलावा और अन्य प्रतिबंधित पदार्थ भी जब्त किये गये ।
राजस्थान में जन्मे अनिल पालीवाल, मूलतः जोधपुर जिले के फलौदी के निवासी है और राजस्थान कैडर के 1994 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी हैं । आई.आई.टी. कानपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की उपाधि प्राप्त करने के पश्चात उन्होंने एम.बी.ए. किया है । अनिल पालीवाल, भा.पु.से. हिन्दी और अंग्रेजी भाषाओं में निपुण होने के साथ-साथ उर्दू, पंजाबी, राजस्थानी व गुजराती भाषाओं के भी ज्ञाता है ।
अनिल पालीवाल, भा.पु.से. सीमा सुरक्षा बल में लगभग 2.5 वर्ष से प्रतिनियुक्ति पर हैं और बतौर महानिरीक्षक, पंजाब सीमांत नियुक्त थे जहॉं इनके कार्यकाल के दौरान सीमा सुरक्षा बल की सतर्क कार्यवाही में रिकॉर्ड 588 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई तथा 21 पाकिस्तानी व 05 भारतीय तस्करों/घुसपैठियों को मौत के घाट उतारने अतिरिक्त 54 पाकिस्तानी और 143 भारतीय तस्करों/घुसपैठियों को गिरफतार किया गया । इनके कुशल नेतृत्व में पंजाब सीमांत को वर्श 2016 में सर्वश्रेश्ठ सीमा-प्रबंधन हेतु सीमा सुरक्षा बल की “महाराणा प्रताप ट्रॉफी से नवाजा गया ।
सीमा सुरक्षा बल में प्रतिनियुक्ति से पूर्व अपनी सेवा के प्रारंभिक चरण में अनिल पालीवाल, भा.पु.से. ने सहायक पुलिस अधीक्षक के तौर पर भीलवाड़ा और बतौर पुलिस अधीक्षक जैसलमेर, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर शहर व उदयपुर में अपनी सेवायें प्रदान की । बतौर उपमहानिरीक्षक अनिल पालीवाल भ्रष्टाचार निरोधक विभाग और एवं जयपुर कमीश्ररेट में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त(अपराध) के पद पर तैनात रहे ।
अनिल पालीवाल महानिरीक्षक अजमेर(रेंज) और पुलिस मुख्यालय में महानिरीक्षक(पुनर्गठन) भी रहे हैं । अनिल पालीवाल को सेवा के दौरान सराहनीय सेवाओं हेतु पुलिस मैडल, उत्कृश्ट सेवाओं हेतु राश्ट्रपति पुलिस पदक और महानिदेषक सीमा सुरक्षा बल की “गोल्डन डिस्क” से नवाजा गया है ।