भुज/ दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को गुजरात के भुज में दो सौ बेड़ वाले के.के. पटेल सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल राष्ट्र को समर्पित करते हुए शुक्रवार को कहा कि देश को आने वाले 10 साल में रिकॉर्ड संख्या में नए डॉक्टर मिलने वाले हैं।
श्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से अस्पताल राष्ट्र को समर्पित करते हुए कहा कि यह सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल कच्छ के लाखों लोगों को सस्ती और बेहतरीन इलाज की सुविधा उपलब्ध करायेगा। उन्होंने कहा,'' ये हमारे सैनिकों, अर्धसैनिक बलों के परिवारों को और व्यापार जगत के अनेक लोगों के लिए भी उत्तम इलाज की गारंटी बनकर सामने आयेगा।देश के हर जिले में मेडिकल कॉलेज के निर्माण का लक्ष्य हो या फिर मेडिकल एजुकेशन को सबकी पहुंच में रखने के प्रयास, इससे आने वाले 10 सालों में देश को रिकॉर्ड संख्या में नए डॉक्टर मिलने वाले हैं। आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन से मरीजों के लिए सुविधाएं और बढ़ेगी । आयुष्मान हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के माध्यम से आधुनिक और क्रिटिकल हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर को जिला और ब्लॉक स्तर तक पहुंचाया जा रहा है।’’
प्रधानमंत्री ने गुजराती में कहा,'' आनेा लाभ आपणा कच्छ ने तो तो मणवानो ज छे ( इसका लाभ अपने कच्छ को तो मिलने वाला है)। कच्छ की विशेषता है कि कच्छी बोलो फिर वे पूछते नहीं हैं कि आप किस गांव के हैं, किस जाति के हैं। आप तुरंत ही उसके हो जाते हैं। गुजरात आज चारों दिशा में प्रगति कर रहा है। देश भी इसे नोट कर रहा है।’’
श्री मोदी ने कहा कि भुज में अस्पताल बनने से लोगों को सस्ती कीमत पर अच्छी गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। दो दशक पहले गुजरात में नौ मेडिकल कॉलेज में केवल 1,100 सीट थीं। आज राज्य में एक एम्स है और 36 से अधिक मेडिकल कॉलेज हैं जिनमें 6000 बच्चों को डॉक्टर बनाने की व्यवस्था है। अहमदाबाद, राजकोट मेडिकल कॉलेज के उन्नयन का काम चल रहा है। भावनगर मेडिकल कॉलेज के उन्नयन का काम लगभग पूरा हो गया है। अहमदाबाद में सिविल अस्पताल 1500 बेड वाला है। मातृ और शिशु के लिए 800 बेड वाले अस्पताल में रिसर्च का काम चल रहा है।
उन्होंने कहा,'' मुझे आपसे एक बात करनी है। हमारे यहां कितने भी अस्पताल हों उससे समस्या का समाधान नहीं हो सकता। इन सब मुसिबतों का समाधान है कि हम समाज के अंदर जागृति लाएं। हम सब अपने कर्तव्यों का पालन करें। ऐसा स्थिति बनाएं कि अस्पताल जाना ही ना पड़े। आज अस्पताल के उद्घाटन पर मुझे शुभकामना देनी हो तो मैं शुभकामना दूं कि अपने के के पटेल चैरीटेबल ट्रस्ट ने करोड़ो रुपये से अस्पताल बनाया पर भगवान करे कि किसी को अस्पताल में आना ही ना पड़े। अस्पताल खाली ही रहे।
अस्पताल कब खाली रह सकती है जब हम गंदगी से नफरत करेंगे। अपने आस-पास स्वच्छता रखेंगे। इससे लोग बीमार ही नहीं होंगे। पीने के लिए शुद्ध पानी हो। समाज ने भी इसमें सहयोग दे रहा है। इस कोरोना की लड़ाई में शरीर मजबूत हो तो लड़ाई जीती जा सकती है। अभी कोरोना गया नहीं है। हमें भूल नहीं करनी चाहिए।’’