पटना। बिहार में बीजेपी वरिष्ठ नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने एक एसएमएस जारी कर आरोप लगाया है कि विधान सभा अध्यक्ष विजय कुमार के पीए ने बीएसएससी चेयरमैन सुधीर कुमार को नौकरी के लिए पैरवी की थी।
हालांकि इसी मामले में सीएम ने सदन में अध्यक्ष का बचाव किया। सुशील मोदी नीतीश के भाषण के वक्त सदन से वाक आउट कर गए और बाहर अपने कमरे में टीवी देखते रहे। सुशील मोदी ने कहा कि विपक्ष के नेता का बिना भाषण हुए मुख्यमंत्री जी का भाषण होना इससे ज्यादा असहिष्णुता क्या हो सकती है।
वहीं जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद ने कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री उम्मीदवार के प्रबल दावेदार भाजपा नेता सुशील मोदी को बिहार की जनता ने नकार दिया है। फिर केंद्र सरकार में भी इंट्री नहीं मिली तो ये मानसिक रूप से बीमार हो गये हैं।
सुशील मोदी फ्रस्टेशन से डिप्रेशन में आ गये हैं। सुशील मोदी को अपना मानसिक इलाज कराना चाहिए। इलाज में जो खर्च होगा उसका वे वहन करेंगे। सामाजिक जीवन में हर कोई किसी न किसी की पैरवी करता है, तो इसमें गलत क्या है? वैसे भी जो पेपर दिखा रहे हैं वह एएनएम के इंटरव्यू का है। उससे पेपर लीक मामले का कोई लेना देना नहीं है।