नई दिल्ली। नकदी समस्या से जूझे रहे लोगों को संभवत मंगलवार को कुछ राहत मिलती नजर आई। बैंक शाखाओं में वैध नोटों को लेकर कतारें छोटी दिखी और कुल एटीएम में से 40 प्रतिशत ने 500 और 2,000 रुपए के नोट देना शुरू कर दिया है।
हालांकि ग्रामीण एवं अद्र्ध-शहरी क्षेत्रों में स्थिति उतनी अच्छी नहीं है जितना की शहरी एवं महानगरों में है। ग्रामीण तथा अद्र्ध-शहरी क्षेत्रों में नकदी की कमी अभी भी बनी हुई है।
जिन परिवारों में शादी है, वे 2.5 लाख रुपए की निकासी के लिए शाखाओं में जा रहे हैं। रिजर्व बैंक ने इस बारे में विस्तृत कड़ा दिशानिर्देश जारी किया है।
इस दिशानिर्देश के तहत विवाह के लिए धन निकासी हेतु शादी का कार्ड, विवाह भवन तथा कैटरिंग सेवा देने वाली इकाइयों को किए गए भुगतान की प्रति आदि दिखानी होगी।
हालांकि देश के विभिन्न भागों से मिली विभिन्न रिपोर्ट के अनुसार लोग शाखाओं में धन की कमी से परेशान हैं और कुछ जगहों पर बैंक कर्मचारियों के साथ हाथापाई की तथा कुछ जगहों पर झगड़े हुए।
बैंक अधिकारियों का कहना है कि रुपए के बदलने पर लगी पाबंदी से कतारें छोटी हुई हैं। इसके अलावा ग्राहकों की अंगुली पर जल्दी नहीं मिटने वाली स्याही के उपाय से भी भीड़ कम हुई है।
इस बीच, नए नोटों के लिए दुरुस्त किए गए एटीएम की संख्या बढऩे से भी बैंक शाखाओं में दबाव कम हुआ है। अबतक 2.2 लाख एटीएम में से करीब 40 प्रतिशत में नए 500 और 2,000 रुपए के नोट के लिहाज से जरूरी सुधार कर दिए गए हंै।